लखनऊ. लखनऊ यूनिवर्सिटी में बुधवार शाम आयोजित हिंदवी स्वराज्य समारोह में शामिल होने आए सीएम आदित्यनाथ योगी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। समारोह में धन के दुरुपयोग का विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं का एक गुट सीएम की फ्लीट के सामने कूद गया था। इस घटना से मौके पर मौजूद पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के होश उड़ गए। छात्र-छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए सीएम को काले झंडे दिखाए। करीब पांच मिनट तक छात्र-छात्राएं सीएम की फ्लीट घेरे रहीं। बाद में पुलिस ने लाठियां भांजकर छात्र-छात्राओं को हटाया। इसमें छात्रों को काफी चोट गई है। इन छात्रों ने फैसला किया है कि वह पूरे प्रदेश भर में योगी सरकार का विरोध करेंगे।
छात्र संगठनों ने दिखाई एकजुटता
कल हुए विरोध प्रदर्शन में हुई गिरफ़्तारी के खिलाफ समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआई, एसएफआई, आइसा व अन्य छात्र संगठनों ने एकजुट होकर जॉइंट एक्शन कमेटी बनाई है जो कि पूरे प्रदेश भर में योगी सरकार का विरोद करेगी। इस कमेटी के सदस्य कुंवर रितेश सिंह ने कहा है कि हमारा विरोध सरकार की नीतियों के खिलाफ है। छात्रों के मुद्दों पर सरकार का फोकस नहीं केवल भगवाकरण करने का उद्देश्य है। कर्मचारी संघ के पैसों पर यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजन करवाए जा रहे हैं।
पुलिस ने की बर्बरता
एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक 14 छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए छात्र-छात्राएं समाजवादी छात्र सभा, आईसा, एसएफआई से जुड़े हैं। इस दौरान तीन दफा छात्रों को पुलिस ने दूर खदेड़ा और वे बार बार फ्लीट तक पहुंचते रहे। घटना पर देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों की क्लास ली। इसके बाद एसएसपी ने एक दरोगा व छह सिपाहियों को निलंबित कर दिया। छात्रों ने बताया कि उन्हें जमकर पीटा गया है। दो छात्रों को फ्रैक्चर भी हो गया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदवी स्वराज्य समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने सीएम आदित्यनाथ योगी की फ्लीट गेट नंबर एक पर पहुंची, तभी छात्र-छात्राओं का एक दल काले झंडे लेकर बीच सड़क पर आ गया। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता, छात्र-छात्राएं सीएम की फ्लीट के सामने कूद गए। ड्राइवर ने ब्रेक लगा दिया तो अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। सीएम को काले झंडे दिखाकर नारेबाजी शुरू हो गई। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व विश्वविद्यालय के शोध छात्र अनिल सिंह र रहे थे।
उन का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों का पैसा समारोह में खर्च कर रहा है जो उचित नहीं है। यह रकम छात्रों के हित में खर्च की जानी चाहिए। छात्रों ने विवि मेें भ्रष्टाचार और दाखिले में धांधली का मुद्दे के अलावा कानून व्यवस्था और अपराध पर भी नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारी सीएम के वाहन की तरफ बढ़े तो सुरक्षाकर्मियों ने घेरा बना कर उन्हें रोक दिया। करीब पांच मिनट तक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ज़ोरआज़माई चली। इसके बाद हसनगंज पुलिस ने सख्ती कर उन्हें तितर-बितर किया।सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस अपने साथ कोतवाली ले गई। देर रात तक पुलिस अधिकारी यह तय नहीं कर सके थे कि प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए। उधर, समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की सूचना पाकर सपा नेता हसनगंज कोतवाली पहुंच गए। एहतियातन आसपास के थानों की फोर्स मौके पर बुलवा ली गई।