मंदसौर रेप पर गायिका मालिनी अवस्थी ने अपने ट्वीट पर बवाल के बाद न्यूज़ चैनल से पूछा "मैं फंसी या आप'
मध्य प्रदेश के मंदसौर में गैंगरेप केस की शिकार आठ साल की मासूम बच्ची अस्तपाल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। बच्ची के साथ हुई बर्बरता का राज्य में जमकर विरोध किया जा रहा है और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा की मांग की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर इस घटना को लेकर लोग सोशल मीडिया पर भी अपनी नराजगी जता रहें है। इसी बीच, लोकगीतों की मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी ने इस घटना को लेकर ऐसा ट्वीट किया कि वो सोशल मीडिया यूजर्स ने निशाने पर आ गई। दरअसल, मालिनी अवस्थी ने ट्वीट कर मंदसौर गैंगरेप की तुलना कठुआ गैंगरेप से कर दी। हांलाकी, थोड़ी देर बाद गायिका ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन उनके ट्वीट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मालिनी अवस्थी ने ट्विटर करते हुए लिखा था कि, 'कठुआ पर शर्म आई और मंदसौर पर जुबां पर ताले! आक्रोश में भेदभाव! बॉलीवुड में अब न कोई तख्ती लटका रहा, न विदेशी अखबारों और मीडिया में भारत को बदनाम करने वाला कोई लेख लिख रहा, न घंटों विलाप करने वाले एंकर अब व्यथित दिख रहे! बच्चियों में भी भेदभाव का दोहरा मापदंड सिर्फ सेक्य़ुलर कर सकते हैं।' मालिनी अवस्थी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स मे उन्हें ट्रोल करना शुरु कर दिया। वहीं, कुछ यूजर्स ने उनका समर्थन भी किया। मालिनी ने लोक गायकी के साथ कई बॉलीवुड फिल्मों में भी गाने गाये हैं।
सैफ अली खान और करीना कपूर की फिल्म एजेंट विनोद में उनका गाना बहुद लोकप्रिय हुआ था। कुछ ही देर बाद जब ABP न्यूज़ चैनल ने उनके ट्वीट पर खबर चलाई तो अवस्थी ने चैनल द्वारा इस्तेमाल की गयी हैडलाइन पर आपत्ति जताते हुए लिखा ' मैं फंसी या आप। ' इसके साथ उन्होंने अपने विवादित ट्वीट का स्क्रीनशॉट भी डाला जिस में उन्होंने कहा था ' ये मेरा ट्वीट है और मैं इस में व्यक्त किये गए विचारों पर अब तक क़ायम हूँ। मुझे बॉलीवुड और मीडिया द्वारा आक्रोश में भेदभाव पर आपत्ति है। एक कलाकार की हैसियत से में किसी भी राजनितिक विवादों से दूर रहना चाहती हूँ जो अभिसार शर्मा जैसे पत्रकार की उत्पत्ति होते हैं। " दरअसल ABP न्यूज़ चैनल के एंकर अभिसार ने एक ब्लॉग के ज़रिये ट्विटर पर पोस्ट किये गए उनके विचारों पर सख्त आपत्ति व्यक्त की थी। अपने ब्लॉग में अभिसार ने लिखा था, "ये ट्वीट कितने स्तरों पर गलत है। सबसे पहले स्पष्ट कर दूं के मैं मालिनी दीदी का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं । ये बात वो भी जानती हैं। अब आते हैं इस ट्वीट पर। कठुआ मे आई शर्म और मंदसौर पर लगे जुबां पर ताले । ( जो बात आपने नहीं लिखी वो मैं लिख देता हूं । क्योंकि मंदसौर मे बलात्कारी मुसलमान था) "ये सोच वाकई बहुत दुखद है। मलिनिजी मंदसौर मे किसी ने भी बलात्कारी के समर्थन मे रैली नहीं की थी । और आपकी तरह काफी लोग बीजेपी की इस शर्मनाक हरकत पर खामोशी साध गये थे। मंदसौर मे वहां कीमुसलमान औरतों ने बाहर निकल कर कहा के इमरान को फांसी दी जाये मगर कठुआ मे बीजेपी के नेताओं ने ना सिर्फ मासूम के बलात्कार के आरोपी के पक्ष मे रैली की बल्कि एक झूठा propaganda चलाया गया के बलात्कार हुआ ही नहीं और वो भी पोस्ट mortem report को गलत ढंग से पेश करके। फर्क़ ये है। "
मैं फंसी या आप @abpnewshindi https://t.co/3R0QUMpIzO https://t.co/2Myvaf1h4U
— Malini Awasthi (@maliniawasthi) June 30, 2018