पंजाब में इस तरह का पहला मामला सामने आया है, जब नशा सप्लायर काे सरेआम मौत दी गई हो। यहां गांव व आसपास के इलाकों में नशा सप्लाई करने वाले युवक का गांव वालों ने दिन दहाड़े हाथ-पैर काटकर हत्या कर दिया। इससे पहले युवक को दौड़ा-दौड़ा कर बुरी तरह पीटा। गांव वालों का आरोप है कि मृतक लड़कियों को अश्लील इशारे कर परेशान भी करता था। इलाके में युवक के ड्रग्स बेचने से गांव के लोग इतने गुस्से में थे कि वारदात के बाद भी वहीं रहे। और पुलिस आने के बाद भी युवक को ले जाने नहीं दिए।
एक घंटे बहस के बाद पुलिस युवक को अस्पताल ले जा पाई। लेकिन इसके बाद भीड़ अस्पताल पहुंच गई, जहां 3 घंटे उसकी एंबुलेंस को रोके रखा। काफी मशक्कत के बाद पुलिस युवक को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज ले गई, जहां युवक ने देर शाम दम तोड़ दिया।पुलिस ने युवक के बयानों के आधार पर भागीवांदर की सरपंच का बेटा राजू सिंह, गुरसेवक बड्डा सिंह समेत कई लोगों पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने बताया कि युवक पर नशा तस्करी के 5 केस दर्ज हैं और जेल भी जा चुका था।
गांववालों ने घटना का वीडियो भी बनाया है। बताया की 22 साल का विनोद 8 जून की सुबह तलवंडी साबो से अपने घर गांव लेलेवाला जा रहा था। लेकिन जैसे ही वह लिंक रोड से गांव की ओर मुड़ा, ट्रैक्टर-ट्राॅली स्कार्पियों गाड़ी में सवार गांव वालों ने उसे घेर लिया। इनके पास रिवाॅल्वर, रॉड, नलके की हत्थियां और गंडासे आदि थे। यह देखकर विनोद बाइक से घर की ओर भागने लगा। लेकिन जैसे ही वह घर के बाहर पहुंचा तो लोगों ने उसे दबोच लिया। हमलावरों ने उसे स्कॉर्पियो में डाला और गांव भागीवांदर ले गए।जहां बीच सड़क पर गांव वालों ने तेजधार हथियारों से विनोद के दोनों पैर और एक हाथ काट दिए।
ताबड़तोड़ हमले से हाथ कटकर लटक गया। विनोद के खून से लथपथ बुरी हालत में तड़पने के बावजूद किसी भी ग्रामीण ने उसकी मदद नहीं की।सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची लेकिन ग्रामीणों ने विनोद पर गांव में ड्रग्स बेचने के आरोप लगाते हुए उसे अस्पताल नहीं ले जाने दिया। एक घंटे की कड़ी मस्कत के बाद पुलिस विनोद को सरकारी अस्पताल ले जा पाई। इस पर भी लोग शांत नहीं हुए।