दिल्ली: केजरीवाल के समर्थन में दिल्ली की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब, भाजपा के उड़े होश
नई दल्ली: मंडी हाउस से संसद तक मार्च में उमड़े लोग, लोगों ने कहा बिल्कुल जायज मांग है केजरीवाल की, जनता की चुनी हुई सरकार को दिल्ली के उपराज्यपाल कैसे नहीं करने दे सकते हैं काम आम आदमी पार्टी की सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल के धरने को मिल चुका है चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों का समर्थन, अब शिवसेना और तमिलनाडू से एआईडीएमके के नेता स्टालिन ने भी केजरीवाल की मांगों को ठहराया जायज, दिया समर्थन जनज्वार। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के पीठ पीछे चाल चल रही बीजेपी को अंदाजा नहीं था कि एलजी बनाम केजरीवाल सरकार की टकहराहट चंद दिनों में सीधे दिल्ली की जनता बनाम प्रधानमंत्री मोदी की हो जाएगी।
प्रधानमंत्री जी, दिल्ली के कोने-कोने से, हर गली-मुहल्ले से, गाँव-कालोनी से दिल्ली वाले वाले निकल चुके हैं, वह सभी आपसे मिलने और पूछने आ रहे है - क्यों आप उनके द्वारा चुनी हुई दिल्ली की सरकार को परेशान कर रहे है और दिल्ली के विकास में रोड़े अटका रहे हैं। pic.twitter.com/t5Hz4uMw1d
— Gopal Rai (@AapKaGopalRai) June 17, 2018
पिछले 6 दिन से अपने सरकार के मंत्रियों के साथ एलजी आवास पर धरना दे रहे केजरीवाल को जिस तरह से धीरे-धीरे जनसमर्थन बढ़ रहा है, उससे न सिर्फ दिल्ली बीजेपी बल्कि केंद्र सरकार और उसके मंत्री परेशानी में पड़ गए हैं और भाजपा की हालत इस वक्त सांप-छुछुंदर का हो गया कि उसे न केजरीवाल की मांगों को मानते बन रहा है और मना करते। गौरतलब है कि आज शाम 4 बजे आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मंडी हाउस संसद मार्ग तक 'लोकतंत्र बचाओ' प्रदर्शन का आह्वान किया था। पार्टी ने अपील की थी दिल्ली सरकार के समर्थन में जनता उतरे और भाजपा की सरकार को बताए कि जनता की चुनी हुई सरकार को कुछ चंद अधिकारियों के जरिए काम न करने देना, असल में लोकतंत्र की हत्या है।
सर, पूरी दिल्ली ही नहीं, पूरा देश अब तो आपसे गुहार कर रहा है- इन IAS अफ़सरों की हड़ताल ख़त्म करवा दीजिए और लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार को प्लीज़ काम करने दीजिए। जनता बहुत आहत और अपमानित महसूस कर रही है। https://t.co/hXnPNpUK7E
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 17, 2018
आप के संयोजक केजरीवाल और दिल्ली कैबिनेट के तीन मंत्री छह दिनों से हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि दिल्ली सरकार के आईएएस अपनी हड़ताल खत्म करें और एलजी घर-घर राशन पहुंचाने की योजना को मंजूरी दे। हालांकि इस मामले में आईएएस अधिकारियों ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दिल्ली सरकार पर पलटवार किया है। उनका कहना है कि वे हड़ताल पर नहीं हैं और पूरी ईमानदारी तथा समर्पण के साथ अपना काम कर रहे हैं, जबकि उन्हें राजनीतिक हित के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
MANDI HOUSE दिल्ली में मंडी हाउस पर आज लोकतंत्र बचाओ मार्च में कामरेड सीताराम येचुरी के नेतृत्व में सीपीआईएम कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया बाद में मार्च को कामरेड सीताराम येचुरी ने संबोधित किया l दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का समर्थन किया pic.twitter.com/EVlAF9ZpeD
— CPIM DELHI (@CPIMSTATEDELHI) June 17, 2018