बड़ी खबर: सवाल करने वाले पत्रकार पर भड़के अमित शाह, कांग्रेस ने कहा- जनता माफ़ नहीं करेगी, साफ़ कर देगी!
नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक चुनाव के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में अगर विधायक बंधक नहीं होते तो वहां हमारी सरकार होती। प्रेस कॉन्फ्रेंस के शुरु होने से पहले ही अमित शाह और उनके साथियों ने यह साफ कर दिया था कि वह कर्नाटक चुनाव के अलावा किसी मुद्दे पर बात नहीं करेंगे। वह कॉफ्रेंस के दौरान लगातार यही कहते रहे कि अगर बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस अपने विधायकों को होटल और स्वीमिंग पूल से बाहर छोड़ देती तो जनता ही उन्हें बता देती कि कहां वोट करना है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने अपने विधायकों को विजयी जुलूस और जश्न मनाने का मौका तक नहीं दिया। अगर ऐसा होता तो बीजेपी अपना विश्वास मत हासिल कर लेती। कांग्रेस की ओर से लगाए गए विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों पर अमित शाह ने कहा कि हम पर तो हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप है लेकिन इन्होंने तो पूरा अस्तबल बेचा खाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गैर लोकतांत्रिक तरीके से अपने सारे विधायकों को होटल के कमरे में बंद किया अगर वो जनता के बीच जाते तो उन्हें जनता का मूड पता चल जाता।
आज भी जब कांग्रेस अपने विधायकों को बाहर छोड़ेगी तो जनता उनसे जवाब मांगेगी। हालांकि, जब अमित शाह से यह सवाल पूछा गया कि क्यों उनकी सरकार ने कर्नाटक चुनाव के फ़ौरन बाद पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में इज़ाफा करने का फैसला किया, इसपर शाह सवाल पूछने वाले एनडीटीवी के पत्रकार पर भड़क गए और पत्रकार पर एजेंडा चलाने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, "मैं केवल कर्नाटक के बारे में बात करूंगा हालांकि मैं आपका एजेंडा समझता हूं। हम इस सवाल का जवाब भी देंगे लेकिन आज नहीं"। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "अमित शाह और वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान मोदी राज में हुई 10 लाख करोड़ की पेट्रोल लूट पर सवाल लेने से इंकार कर दिया। इसमें 25 फीसद एवरेज स्टेट वैट भी जोड़ लीजिए। 21 राज्यों बीजेपी और उसके गठबंधन की सरकार है। जनता माफ नहीं करेगी साफ़ कर देगी"!
Sh. Amit Shah & FM Piyush Goel refuse to take questions in the Press Conference on the ₹10 Lakh Cr 'Fuel Loot' by Modi Govt in 4 Years.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 21, 2018
Add to it the average State VAT of over 25% as 21 States are ruled by BJP/allies.
जनता माफ़ नहीं करेगी, साफ़ कर देगी! #FuelPriceBomb pic.twitter.com/Gn50BYbNem