नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को आतंक से जोड़ा जाना कोई नई बात नहीं है। पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ बताया था, इस मामले में पिछले दिनों राहुल की पेशी नागपुर कोर्ट में भी हुई थी। जहां राहुल ने खुद को निर्दोष बताया था। अभी आरएसएस और राहुल का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को लेकर विवादित बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने संघ को आतंकियों का संगठन कहा है। संघ को देश में नफरत और आतंकवाद फैलाने वाला बताया है।
दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। आरएसएस और भाजपा के नेताओं ने जहां कांग्रेस पार्टी और दिग्विजय सिंह को घेरना शुरू कर दिया है वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने सिंह का समर्थन किया है। भाजपा के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने एक चैनल से बातचीत में दिग्विजय सिंह को आड़े हाथों लेते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जाने की सलाह दे डाली है।
सिन्ह ने कहा कि दिग्विजय सिंह के पास आरएसएस को आतंकी संगठन कहे जाने का कोई सबूत नहीं है। और अगर है तो उन्हें एनआईए से संपर्क करना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि यदि वह बिना किसी सबूत के आरएसएस को आतंक से जोड़ रहे हैं तो वह हिंदू सभ्यता और संस्कृति का अपमान कर रहे हैं।