महिलाओं को सम्मान देने का दावा करने वाली भाजपा की पोल अब खुल गई है. बीते दिनों जिस तरह आसिफा से लेकर उन्नाव काण्ड का मामला सामने आया है, उसने महिलाओं को लेकर भाजपा की सोच और एजेंडे को पूरी तरह साफ़ कर दिया है.इस बीच अब क वरिष्ट महिला नेता ने भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है. बताया जा रहा है कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसक घटनाओं से आहत होकर मैंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. इतना ही नहीं उन्होंने भाजपा पर और भी कई बड़े आरोप लगाये हैं.
श्रीगंगानगर से विधायक सोनादेवी बावरी ने कहा कि भाजपा ने मेरे साथ यूज एवं थ्रो नीति की नीति अपनाई.जमींदारा पार्टी की विधायक सोनादेवी बावरी ने आगे कहा कि राज्यसभा और राष्ट्रपति के चुनाव में मैंने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया था, लेकिन भाजपा ने कहीं भी मेरा सम्मान नहीं किया.उन्होंने भाजपा को दलित विरोधी भी बताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह भारतबंद के दौरान पुलिस ने दलितों को बुरी तरह मारकर उन्हें बंद कर दिया, उससे मैं बहुत आहत हुई हूँ.
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने दलितों पर अत्याचार करने का काम किया है. दलितों को केवल वोट बैंक ही समझा है. उसी दिन फैसला किया कि कांग्रेस में शामिल होऊंगी.उन्होंने इस दौरान कांग्रेस की तारीफ भी की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस बहुत अच्छा काम कर रही है. इससे प्रभावित होकर बिना शर्त कांग्रेस मंे आने का निर्णय किया है. जो भी जिम्मेदारी देंगे, ईमानदारी से निर्वहन की कोशिश करूंगी.