कर्नाटक में भाजपा विधायक द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप पर 50 से ज्यादा गंदी तस्वीरें भेजने का मामला सामने आया है। विधायक ने जिस ग्रुप में तस्वीरों को शेयर किया है उसमें वरिष्ठ अधिकारी से लेकर सासंद और निगम पार्षद तक ग्रुप के सदस्य हैं। विधायक महंतेश कवटागिमथ ने इन तस्वीरों को शेयर करने के बाद ग्रुप में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। मामला 2 मई, 2017 का है। विधायक ने तस्वीरों को जिस ग्रुप में भेजा है उस ग्रुप का नाम 'Belagavi media force' है जिसे राज्य से जुड़ी खबरों की जानकारी के लिए चलाया जा रहा था।
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खबर के अनुसार Belagavi media force ग्रुप में पुलिस अधिकारी, सासंद और महिला अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं। विधायक द्वारा ग्रुप में गंदी तस्वीरें शेयर करने के बाद कुछ लोगों ने ग्रुप को अनफॉलो कर दिया। वहीं कुछ लोगों ने विधायक की इस हरकत पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। मामला संज्ञान में आने के बाद ग्रुप एडमिन ने महंतेश को ग्रुप से बाहर कर दिया है।
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आप को बता दें कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इस तरह के कंटेंट शेयर करना अपराधिक मामले के तहत आता है। दूसरी तरफ गंदी तस्वीरें शेयर करने के बाद विधायक ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया है। इससे पहले साल 2012 में कर्नाटक विधानसभा में मंत्रियों और विधायकों द्वारा विधानसभा में पोर्न फिल्में देखने का मामला सामने आया था। जिसके बाद कर्नाटक के तत्कालीन मंत्री लक्ष्मण सावदी, महिला व बाल कल्याण मंत्री सीसी पाटिल और बंदरगाह और बंदरगाह मंत्री कृष्ण पालेमार ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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आप को बता दे की मंत्री विधानसभा में कार्यवाही के दौरान मोबाइल पर पोर्न फिल्में देखते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। विधानसभा में उस दौरान उत्तरी कर्नाटक में एक हिन्दू समर्थक समूह द्वारा कथित रूप से पाकिस्तानी राष्ट्रध्वज के फहराने पर चर्चा हो रही थी। उस दौरान सावदी और अन्य मंत्री मोबाइल पर अश्लील क्लिप देख रहे थे।इस खबर के प्रसारित होने के बाद नाराज लोगों ने आरोपी मंत्रियों के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया।
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हालांकि मंत्री सावदी ने सफाई देते हुए कहा कि वह किसी की भेजी हुई क्लिप देख रहे थे, जिसमें किसी पर अत्याचार हो रहा था। इस घटना से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को काफी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा था।