झारखंड के गिरीडीह में कथित गौ-रक्षकों के आतंक के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। आधी रात मशाल जुलूस निकालकर विरोध दर्ज किया औऱ पूरे दिन विरोध में बाजार बंद करने का एलान किया। कुछ दिन पहले गौरक्षा के नाम पर अलीमुद्दीन की हत्या व पुलिस के फर्जी एनकाउंटर के खिलाफ लोगों में काफी नाराजगी दिखाई दी। भाकपा माले ने गौ-गुंडागर्दी के खिलाफ बाजार बंद रखने का आह्वाहन किया।
भाकपा माले ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास से जवाब मांगा। 3 जुलाई को गिरीडीह बंद वाले पोस्टरों में लिखा गया कि, मोतीलाल वास्के, रूपेश, जुनैद, जफर और अलीमुद्दीन के बाद औऱ कितनी हत्याएं होंगी औऱ कितना खून बहेगा। दरअसल झारखंड में कुछ दिन पहले गौरक्षा के नाम पर अलीमुद्दीन की हत्या कर दी गई।
उससे पहले बच्चा चोरी के शक में रूपेश को मारा गया था। गौ-रक्षकों का आतंक पूरे झारखंड में फैलता जा रहा है। भीड़ शक की अफवाहों पर लोगों को मार रही है। सरकार चुपचाप देख रही है। आपको बता दें कि, देशभर में गौरक्षा के नाम पर हत्याओं का विरोध हो रहा है। नॉट इन माई नेम कैंपेन पूरे देश में चल रहा है।