खुलासा: मोदीराज में हुआ भ्रष्टाचार, NHAI में प्रोजेक्ट की आड़ में 1.1 मिलियन डॉलर की रिश्वत: पढ़ें पूरी खबर

Update: 2017-07-12 10:45 GMT

भारत में हाईवे बनाने वाली संस्था नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।बोस्टन स्थित एक कंस्लटंसी फर्म ने अमेरिका के न्याय विभाग के समक्ष माना कि उसके अधिकारियों ने 2011 से 2015 के बीच नेशनल हाइवे अथॉरिटी (एनएचएआई) अधिकारियों को 1.18 मिलियन डॉलर (लगभग 6.7 करोड़ रुपये) की रिश्वत दी थी।


माना गया कि एनएचएआई से प्रोजेक्ट को प्राप्त करने के लिए इन रिश्वत का भुगतान किया गया। सीडीएम स्मिथ नाम की इस कंपनी ने अमेरिकी ट्रेजरी को 40,371,38 डॉलर (लगभग 25 करोड़ रुपये) का भुगतान किया। अमेरिकी न्याय विभाग के एक आधिकारी ने कहा कि इस रिश्वत का मकसद गोवा में कई तरह के प्रोजेक्ट के जरिए अवैध कमाई करना था।


कंपनी ने 1 अक्टूबर, 2017 तक चार किश्तों में रिश्वत का भुगतान किया। खुलासा हुआ है कि वॉटर प्रोजेक्ट के संबंध में गोवा में अधिकारियों को 25,000 डॉलर का भुगतान किया गया। रिश्वत प्रोजेक्ट की कुल कीमत का 2-4 प्रतिशत था।


अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि सीएमडी इंडिया के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सीडीएम स्मिथ और सीडीएम इंडिया के प्रोजेक्ट के लिए इन रिश्वत के बारे में पहले से जानते थे। वहीं एनएचआईए के अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी किसने कंपनी से रिश्वत प्राप्त की है।

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