पीएम नरेंद्र मोदी बायोपिक पर चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है. चुनाव आयोग ने कहा कि बायोग्राफी किस्म की कोई भी बायोपिक जो किसी भी राजनीतिक इकाई या उससे जुड़ी किसी भी व्यक्ति के उद्देश्य को पूरा करती है, जिसमें चुनाव के मैदान में गड़बड़ी करने की क्षमता हो, इसे सिनेमा सहित इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रदर्शित नहीं किया जाना चाहिए. चुनाव आयोग ने बुधवार को दिये गये आदेश में कहा है कि NTR Laxmi, Pm Narendra Modi और Udyama Simham पर भी आगामी चुनाव तक के लिए रोक लगाई गई है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 9 अप्रैल को अभिनेता विवेक ओबेराय अभिनीत बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने मंगलवार को कहा था कि चुनाव आयोग को यह तय करना है कि फिल्म आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है या नहीं. वहीं बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को दिए अपने फैसले में फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' की रिलीज डेट पर दखल देने से इनकार कर दिया था. पीएम मोदी की बायोपिक को कई पार्टियां आचार संहिता का उल्लंघन मान रही हैं.
फिल्म पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर विवेक ओबेराय ने कहा था, 'मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कुछ लोग इस तरह से ओवररिएक्ट क्यों कर रहे हैं. अभिषेक मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल जैसे सीनियर और फेमस वकील ऐसी आम फिल्म पर याचिका दायर करने में अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं? पता नहीं वे फिल्म से डरते हैं या चौकीदार के 'डंडे' से.' विवेक ने यह भी कहा था, 'मोदी की जिंदगी को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं दिखाया गया है. पीएम मोदी का व्यक्तित्व पहले ही काफी बड़ा है.'