बड़बोली कंगना रनौत के खिलाफ FIR हुआ दर्ज, कोर्ट ने दिया था आदेश, ये है मामला

कंगना रनौत के खिलाफ कर्नाटक के एक कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। इसके बाद आज कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

Update: 2020-10-13 18:36 GMT

नई दिल्ली: कंगना की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले कुछ समय से हर मुद्दे पर बेबाकी से राय रख रहीं कंगना ने कृषि कानून का विरोध करने वालों पर एक ट्वीट किया था। इसके बाद उन पर किसानों को आतंकवादी कहने के लिए एफआईआर दर्ज की गई थी। अब इसी मामले पर कर्नाटक में उनपर एक और एफआईआर हुई है। कर्नाटक के तुमकुर जिले की एक अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने कंगना के खिलाफ सोमवार को एफआईआर दर्ज कर ली है।

तुमकुर जिले की पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

जानकारी मिल रही है कि कंगना रनौत के खिलाफ तुमकुर जिले के पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। कंगना के खिलाफ किसानों पर गलत टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। बता दें कि इस मामले में कंगना ने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था।

कंगना ने किया था ये ट्वीट

कंगना ने ट्विटर पर लिखा था कि प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फ़र्क़ पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं CAA से एक भी इंसान की सिटिज़ेन्शिप नहीं गयी मगर इन्होंने ख़ून की नदियाँ बहा दी। इसके अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि जैसे श्री कृष्ण की नारायणी सेना थी, वैसे ही पप्पु की भी अपनी एक चंपू सेना है जो की सिर्फ़ अफ़वाहों के दम पे लड़ना जानती है, यह है मेरा अरिजिनल ट्वीट अगर कोई यह सिद्ध करदे की मैंने किसानों को आतंकी कहा, मैं माफ़ी माँगकर हमेशा केलिए ट्वीटर छोड़ दूँगी।

अदालत ने दिया था ये आदेश

एडवोकेट एल. रमेश नाइक की तरफ से की गई शिकायत के आधार पर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास ने क्याथासांद्रा थाने के इंस्पेक्टर को कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा था। कोर्ट का कहना था कि कि शिकायतकर्ता ने सीआरपीसी की धारा 155 (3) के तहत आवेदन देकर जांच की मांग की है।

एडवोकेट नाइक भी क्याथासांद्रा से ही ताल्लुक रखते हैं। नाइक ने कंगना के खिलाफ क्रिमिनल केस के बारे में बताया कि कोर्ट ने अधिकार क्षेत्र में आने वाले पुलिस स्टेशन को 3 दिन पहले ये आदेश दिया था कि वे एक्ट्रेस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करें।

मामले ने ऐसे पकड़ा तूल

कृषि कानून संसद में पास होने के बाद 21 सितंबर को कंगना ने ट्विटर हैंडल पर लिखा था कि जिन लोगों ने सीएए पर गलत जानकारी और अफवाहें फैलाईं, जिसकी वजह से हिंसा हुई वही लोग अब किसान विरोधी बिल पर पर गलत जानकारी फैला रहे हैं, जिससे राष्ट्र में डर है। वे आतंकी हैं। नाइक ने कहा कि अन्नदाताओं के लिए किए इस ट्वीट से उन्हें बहुत ठेस पहुंची है, जिसके चलते उन्हें कंगना रनोट के खिलाफ केस फाइल करने पर मजबूर होना पड़ा।

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