गुजरात: अहमदाबाद में अनशन कर रहे हार्दिक पटेल की गिर रही है सेहत, सरकार मौन, विपक्षी दलों का मिला साथ

Update: 2018-09-05 11:39 GMT

गुजरात के पटेल समुदाय को आरक्षण देने और किसानों की कर्जमाफी की मांग को लेकर अहमदाबाद में हार्दिक पटेल के अनिश्चितकालीन के अनशन का 11वां दिन है। वे अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। वहीं राज्य सरकार ने उनकी मांगों को लेकर अब तक कोई भी कदम नहीं उठाया है। इस बीच हार्दिक पटेल की सेहत लगातार गिरती जा रही है। उनका वजन 78 किलो से घटकर 58 किलो रह गया है।वहीं हार्दिक पटेल को लगातार दूसरे राजनीतिक दलों और नेताओं का समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल हार्दिक पटेल के अनशन के 10वें दिन अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने हार्दिक पटेल का हाल जाना।       




सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरवील ने हार्दिक पटेल को समर्थन दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "किसानों की कर्जमाफी होनी चाहिए। हार्दिक पटेल गरीब किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी किसान और पूरा समाज उनके साथ है। उनकी तपस्या व्यर्थ नहीं जाएगी। प्रभू उन्हें शक्ति दे।"             




पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा ने भी हार्दिक पटेल का समर्थन किया है। उनके समर्थन पर हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर लिखा, "किसानों की कर्जमाफी और आरक्षण को लेकर चल रहे विजय संकल्प अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के 10वें दिन पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा जी का समर्थन पत्र मिला हैं। मैं उनका धन्यवाद करता हूं।" वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी हार्दिक पटेल का समर्थन किया है।                 




बिगड़ती सेहत के बीच हार्दिक पटेल अपनी वसीयत भी जारी कर चुके हैं। हार्दिक पटेल ने अपनी वसीयत में लिखा है, "अगर उन्हें कुछ होता है तो उनके बैंक अकाउंट में जमा कुल 50 हजार रुपयों में से 20 हजार उनके माता-पिता को, जबकि बाकी 30 हजार रुपये अहमदाबाद के विरमगाम तालुका के उनके पुश्तैनी गांव चंदननगर के पास स्थित एक गोशाला को दे दिया जाए।"                

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