मोदी राज में पेशाब पिने को मजबूर हुए किसान

Update: 2017-04-22 07:14 GMT

नई दिल्ली: जंतर-मंतर पर एक महीने से ज्यादा वक्त से विरोध प्रदर्शन करने रहे तमिलनाडु के किसानों का धैर्य शायद अब जवाब दे चुका है। किसानों ने शनिवार को अपना विरोध जताने के लिए पेशाब पिया। किसानों ने अब रविवार को मानव मल खाकर प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

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गौरतलब है, तमिलनाडु के किसान केंद्र से कर्जमाफी और वित्तीय सहायता की मांग के साथ धरने पर बैठे हैं। सूखे के कारण उनकी फसल मारी गई है। इन किसानों की मांग है कि सरकार उनके लिए सूखा राहत पैकेज जारी करे।किसान जंतर-मंतर में प्लास्टिक की बोतलों में एकत्र मूत्र के साथ सामने आए।


नैशनल साउथ इंडियन रिवर लिंकिंग फॉर्मर्स असोसिएशन के राज्य अध्यक्ष पी अय्याकनकु ने कहा, 'तमिलनाडु में पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा और प्रधानमंत्री मोदी हमारी प्यास की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि मोदी सरकार हमें इंसान ही नहीं समझती है।

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' सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी बदहाली की ओर खींचने के लिए गले में मानव खोपड़ी पहनने से लेकर सड़क पर सांभर-चावल और मरे हुए सांप-चूहे खाकर इन किसानों ने अपना विरोध जाहिर किया। ये किसान निर्वस्त्र भी हो चुके हैं। किसानों ने साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री दफ्तर के सामने सड़क पर न्यूड होकर प्रदर्शन किया था।

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