सहारनपुर: कैराना की लोकसभा सीट और नूरपुर की विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव में भाजपा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. आम आदमी पार्टी के 2019 में भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान करने वाले ट्वीट और कंवर हसन द्वारा गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के समर्थन में उतर जाने के बाद अब भीम आर्मी ने भी खुले तौर पर भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भीम सेना के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने जेल से पत्र लिखकर दलितो से आह्वान किया है कि कैराना उप चुनाव में गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन को जिताने का काम करें. भीम आर्मी के सहारनपुर महानगर अध्यक्ष प्रवीण गौतम ने इस पत्र की पुष्टि की है.
उन्होंने बताया कि जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर उपकार बाबर की मां सहारनपुर जेल में बंद एक बंदी से मुलाकात करने के लिए गई थी और उन्ही के हाथों चंद्रशेखर उर्फ रावण ने महानगर अध्यक्ष यानि प्रवीण गौतम के नाम यह पत्र भिजवाया है. भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण के इस पत्र ने कैराना उप चुनाव की सियासत को और अधिक गरमा दिया है. दलित वोटो को लेकर उप चुनाव में अभी असमंजस बना हुआ था और अब भीम आर्मी के संस्थापक के इस पत्र ने दलित मतदाताओं के वोटों को लेकर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है. अब देखना यह है कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण का यह पत्र किस तरह से दलित समाज के अंतिम वोट तक पहुंचाया जाएगा और दलित समाज पर इस पत्र का कितना असर पड़ेगा. सवाल यह है कि अगर भीम आर्मी भाजपा के विरोध में उतरी है तो फिर पत्र में केवल कैराना उप चुनाव का ही जिक्र क्यों किया गया नूरपुर उप चुनाव के बारे में कोई आह्वान क्यों नहीं किया गया ?
क्या है पत्र में?
मैं चंद्रशेखर आजाद – व्यक्तिगत रूप से कैराना उप चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी का पूर्ण समर्थन करता हूं, आैर बहुजन समाज से यह निवेदन करता हूं कि एकजुट हाेकर गठबंधन के प्रत्याशी काे जिताने का काम करें. आशा करता हूं सभी इसमें सहयोग करेंगे. चंद्रशेखर आजाद