मुन्ना बजरंगी की हत्या से मुख्तार अंसारी खौफ में, दो दिन से नहीं निकले बैरक से बाहर

Update: 2018-07-11 09:01 GMT

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली बीएसपी विधायक और पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी सोमवार को बागपत जेल में अपने सहयोगी डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या से सहम गए हैं। वह दो दिन से अपनी बैरक से बाहर नहीं निकले हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने उनकी सुरक्षा बढ़ाकर त्रिस्तरीय कर दी है।बांदा कारागार के जेलर वी एस त्रिपाठी ने बताया कि बागपत जेल में सोमवार को अपने सहयोगी डॉन मुन्ना बजरंगी उर्फ प्रेम प्रकाश सिंह की हत्या से यहां की जेल की बैरक संख्या-15 और 16 में बंद बाहुबली बीएसपी विधायक और पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी काफी सहमे हुए हैं। वह दो दिन से अपनी बैरक से बाहर नहीं निकले और न ही किसी से मुलाकात की इच्छा जताई है।


अंसारी ने दो दिन से ढंग से भोजन भी नहीं किया है। जेल प्रशासन हालांकि उनकी सुरक्षा में कोई चूक नहीं करना चाहता है और इसके मद्देनजर उनकी त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।जेलर ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों के जरिए 24 घंटे कैदियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अधिकारी खुद रतजगा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। उनकी बैरक में किसी बंदी रक्षक को भी जाने की इजाजत नहीं है और जेल की हर बैरक में दो दिन से सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बंदियों या बैरकों से अभी तक कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है।                     


उन्होंने बताया, "जेल की बाहरी सुरक्षा भी चाक-चौबंद की गई है। जेल के मुख्य द्वार पर पुलिस के अलावा पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। अन्य बंदियों के मुलाकातियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है और उनकी सघन तलाशी ली जा रही है।"गौरतलब है कि पूर्वांचल का माफिया डॉन और बहुजन समाज पार्टी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बांदा की जेल में 30 मार्च 2017 से बंद हैं। यहां उन्हें दिल का दौरा भी पड़ चुका है जिस पर उनके भाई ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था।

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