लम्बे समय से विभिन्न मामलों में फंसे लालू परिवार के लिए गुरुवार का दिन ख़ास है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ पत्रकार राजदेव रंजन के मौत का मामला अब नहीं चलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार सीबीआई के इस बयान को स्वीकार किया कि उसे बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. बता दें कि 13 मई, 2016 की शाम सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसको लेकर बिहार के तत्कालीन स्वास्थ्यमंत्री तेजप्रताप यादव को भी नामजद किया गया था। मृत पत्रकार के परिजनों ने तेजप्रताप यादव पर आरोप लगाया था कि इस घटना के जिम्मेदार शाहबुद्दीन और तेजप्रताप यादव है।
इस मामले में तेजप्रताप यादव पर कार्रवाई भी की गई ,सीबीआई ने इस मामले की जांच की जिसमे तेजप्रताप के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सीबीआई के इस बयान को स्वीकार किया कि उसे बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दायर की गई याचिका को भी खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकार राजदेव रंजन के ह्त्या में तेजप्रताप के शामिल होने वाले केस को बंद कर दिया।