नई दिल्ली। राजस्थान के अलवर में गौ-रक्षकों के हाथों मारे गए मेवात के गौ-पालक पहलू खान के न्याय की लड़ाई तेज हो गई है। 19 अगस्त को संसद भवन पर होने वाले धरने की अगुवाई केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और त्रिपुरा के माणिक सरकार करेंगे।
इस धरने में पहलू खान की मां अंकुरी बेगम पहलू के दोनों बेटों के साथ मौजूद रहेंगी।इस धरने में अलग-अलग दलों के सांसद भी उपस्थित होंगे। इससे पहले मंगलवार को जंतर-मंतर पर किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमरा राम अनशन पर बैठेंगे।हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिये क्लिक करें
पहलू खान के न्याय की लड़ाई भूमि अधिकार आंदोलन के बैनर तले लड़ी जा रही है। किसान नेता पी कृष्णप्रसाद ने बताया, कि इस घरने पर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा, जदयू नेता के सी त्यागी, राकांपा नेता डी पी त्रिपाठी सहित कई अन्य सांसद शामिल होंगे।धरना 11 बजे शुरु होकर 3 बजे तक चलेगा।
किसान सभा इस मामले में शुरु से ही पीडि़त परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआजवा, एक परिजन को नौकरी देने की और घायलों का मुफ्त इलाज करने की मांग कर रही है, पर अभी तक राज्य सरकार ने न तो किसी प्रकार के राहत की घोषणा की है, न ही आरोपियों को पकड़ा है.
उल्टा राजस्थान के गृह मंत्री इस हत्याकांड को सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। बीते रोज पहलू खान के गांव जयसिंहपुर में बड़ी सभा का आयोजन किया गया, जिसमें भूमि अधिकार आंदोलन के तमाम नेताओं ने हिस्सा लिया। किसान नेता कृष्ण प्रसाद का कहना है, कि केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद से गाय के नाम पर दलितों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं.
यह सिलसिला दादरी के अखलाक से शुरु होता है, जो ऊना में दलितों पर हमले तक पहुंचता है, यह सिलसिला आज तक जारी है। उन्होंने कहा, आंदोलन की मांग है, कि पूरे मामले की न्यायिक जांच कराई जाए, साथ ही किसानों के जानवर बेचने के अधिकार की रक्षा की जाए।