बेतिया: बिहार राज्य किसान सभा द्वारा चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर पंडित राजकुमार शुक्ल महाविद्यालय सतवरिया के प्रांगण में किसान सभा द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव अतुल कुमार अनजान ने कहा कि आज गांधी के हत्यारे भी गांधी का चश्मा, गांधी की छड़ी लेकर गांधी बनने का गुणगान कर रहे हैं।
ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें
उन्होने कहा की चम्पारण का यह इलाका खेती किसानी के लिए मशहुर था। जिसे देखते हुए अंग्रेजों ने नील की खेती के लिए इसका चयन किया। चकठिया और बाद में तीन कठिया प्रथा लागु की।
किसानों को जुल्म से निजात दिलाने के लिए पंडित राजकुमार शुक्ल ने गांधी को चम्पारण बुलाया और चम्पारण सत्याग्रह का आगाज हुआ। 70 साल की आजादी के बाद भी निलहे तो चले गये लेकिन गदहों का राज आ गया।
ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें
किसान कर्ज में डुबे हुए हैं। आत्म हत्या कर रहे हैं। अब आन्दोलन की जरूरत है । पंडित राजकुमार शुक्ला की धरती सतवरिया किसान सभा में शपथ दिलाते हुए कहा कि अब आन्दोलन की जरूरत है जिसकी शुरूआत सतवरिया से की जा रही है।
कामरेड ओमप्रकाश क्रांति ने कहा कि 100 साल बाद शताब्दी सत्याग्रह कुछ लोग कुर्सी के लिए मना रहे हैं तो कुछ लोग कुर्सी बचाने के लिए मना रहे हैं।
किसानों के फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है। किसान आत्म हत्या करने पर मजबुर हो रहे हैं। जो कर्ज से दबे हुए हैं। पूंजीपतियों द्वारा शोषण किया जा रहा है। जैविक खाद के नाम पर करोड़ो का घोटाला हुआ है।
ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें
अब आन्दोलन की जरूरत है। इस दौरान आदर्श कन्या उच्च विद्यालय के छात्राओं ने अपने नेता अतुल कुमार का स्वागत किया और राष्ट्र गान गाये। राष्ट्रीय महा सचिव द्वारा पं0 राजकुमार शुक्ल के नाती मणीभूषण राय को अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।
इस मौके पर भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह वहीं किसान सभा के रामचन्द्र सिंह, महासचिव अशोक सिंह, रेवा कान्त द्विवेदी, किसान नेता कामरेड अहमद अली, भाकपा नेता बिपिन तिवारी, अंचल सचिव सुनिल कुमार वर्मा उर्फ गंगा जी, राधामोहन यादव सहित सैकड़ो किसान, छात्र एवं नौजवान मौजुद रहे।