2019 के हार से भयभीत लिखी गई मोदी की हत्या की स्क्रिप्ट, सहानुभूति का आखिरी खेल है लेटर!
2019 मे बुरी तरह चुनाव मे हारने के डर से रची गयी है, पीएम मोदी की हत्या की साजिश का सहानुभूति का आखिरी खेल ! मोदी जी खुद दावा कर रहे है कि नोटबंदी से माओवादी खत्म हो गये है, तो फिर उनकी हत्या की साजिश वे कैसे रच सकते हैं ? दरअसल मोदी का तेजी से गिरता ग्राफ देखकर बीजेपी परेशान है चार साल मे एक भी काम न कर पाने की नाकामियों से दबी बीजेपी 2019 के लिए कुछ ऐसा करना चाहती है जिससे जनता एक बार और उसके झांसे मे फंस जाय। वैसे बीजेपी फर्जी आकङो से जनता को गुमराह करने मे सफल हो जाती पर सही आकङे सामने आ जाने से बीजेपी बेनकाब होती जा रही है। मोदी जी जो मुस्लिम देशो की यात्रा कर रहे है और मस्जिद मे घूम रहे है इससे हिन्दू संगठनों ने किनारा कर लिया है। मोदी की हत्या की साजिश एक हास्यास्पद ड्रामा भर है इससे बीजेपी 2019 के चुनाव के लिये देश की जनता से सहानुभूति लेने की कोशिश करेगी। अब देखना यह है कि बीजेपी कितनी सफल होती है।
एक माओवादी ने दूसरे माओवादी को चिट्ठी लिखी..भाई, मोदीजी बहुत विकास कर रहे हैं, उनको मारना पड़ेगा.!
— Sneha singh (@sneha_si) June 9, 2018
इससे पहले कि वे अपनी योजना को अंजाम दे पाते..पुलिस ने पकड़ लिया!
आज के जमाने में चिट्ठी कौन लिखता है?जंगल में डाकघर का कौन-सा ब्रांच है?
"मोदी जी
भारत में सारे भक्त नहीं है"😁 pic.twitter.com/N1ZKbC5qSx