ये है लालू यादव का मास्टर स्ट्रोक, नितीश-मोदी की छुट्टी तय!

Update: 2017-07-30 03:49 GMT

पटना। बिहार में महागठबंधन को ध्वस्त करते हुए भाजपा के साथ मिलकर रातोंरात सत्ता परिवर्तन के नीतीश कुमार के दांव से असहज जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव राजनीतिक दुविधा में हैं। उन्‍होंने कहा कि वे खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। उनके इस बात पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि हम उन्‍हें राजद में आने का न्‍यौता देते हैं। वे हमारे साथ आ जाये। हम सब मिलकर देश से भाजपा को भगाने का काम करेंगे। महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने से खफा शरद यादव को लालू प्रसाद ने यूपीए में शामिल होने का न्योता दिया है।



लालू ने शरद को खुला ऑफर देते हुए कहा कि आइए दोनों भाई मिलकर सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ नई लड़ाई की शुरुआत करें।समझा जाता है कि इसी सियासी दुविधा के बीच अपनी राजनीतिक राह को लेकर शरद विपक्षी दलों के नेताओं से चर्चा कर रहे हैं। इस क्रम में पूर्व जदयू अध्यक्ष ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से लंबी बात की। विपक्षी खेमे के सूत्रों का कहना है कि आजाद और येचुरी से हुई वार्ताओं में शरद ने महागठबंधन को अचानक तोडऩे और भाजपा से हाथ मिलाने के नीतीश के फैसले से असहमति जताई। हालांकि अपनी राजनीतिक मजबूरियों की वजह से शरद फिलहाल नीतीश के पाला बदलने के फैसले पर सीधे सवाल नहीं उठा रहे हैं। मगर जदयू के अंदर एक धड़ा मुख्यमंत्री के भाजपा से हाथ मिलाने के फैसले से असहमत है और शरद यादव के साथ हैं।



विपक्षी सूत्रों के अनुसार शरद की आजाद और येचुरी से हुई चर्चाओं से स्पष्ट है कि वे अपनी राजनीतिक दिशा तय करने से पहले वैकल्पिक संभावनाओं को पूरी तरह ठोक बजा लेना चाहते हैं। हालांकि बताया जाता है कि नीतीश कुमार भी शरद यादव की सियासी असहजता दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। शरद यादव और वित्तमंत्री अरुण जेटली की शुक्रवार को मुलाकात और बातचीत का मकसद भी यही था। समझा जाता है कि जेटली और शरद की यह बैठक नीतीश की पहल पर ही हुई थी। जदयू के एनडीए में आने के बाद बिहार के साथ केंद्र की सत्ता में भी उसकी हिस्सेदारी की सियासी चर्चाएं गर्म हैं। इसमें शरद यादव को भी केंद्र में मंत्री बनाने का विकल्प खुला होने की बात है। जदयू की केंद्र की सत्ता में भागीदारी की इन चर्चाओं के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के शरद यादव को लेकर किए गए दावों ने भी कयासों को बढ़ा दिया। गौरतलब है कि येचुरी और आजाद से मुलाकात से पहले शरद यादव गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिले थे।

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