उत्तर प्रदेश: योगी से नाराज़ दलित सांसद ने मोदी को लिखा खत, सीएम योगी के उड़े होश

Update: 2018-04-05 14:47 GMT

लखनऊ: अभी हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगा कि उन्होंने अपने एक विधायक के खिलाफ शिकायत करने वाले कारोबारी को जनता दरबार से ही भगा दिया था. आयुष सिंघल नाम का यह कारोबारी विधायक अमनमणि और उनके पिता अमरमणि त्रिपाठी की शिकायत करने योगी के पास गया था। अब भाजपा के ही के एक दलित सांसद ने मुख्यमंत्री के खराब रवैये से परेशान होकर प्रधानमंत्री को खत लिख कर इस बात की शिकायत की है. भाजपा सरकार से दलित नाराज रहते है, यह हाल के सालो में स्पष्ट हो गया है. लेकिन खुद उनके ही दलित सांसदों के प्रति भी सरकार का रवैया समान ही है. यूपी सरकार के सांसद छोटेलाल खरवाल ने मुख्यमंत्री योगी के रवैये से परेशान को होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा है.


दलित सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपना दर्द बयान किया है. खरवार की चिट्ठी में यूपी प्रशासन द्वारा उनके घर पर जबरन कब्जे और उसे जंगल की मान्यता देने की शिकायत की गई है.  मोदी को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद ने कहा है कि जिले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं. इस मामले में दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की, लेकिन सीएम ने उन्हें डांटकर भगा दिया. जमीन पर कब्जे को लेकर बीजेपी सांसद ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है. सांसद ने पीएम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडेय और संगठन मंत्री सुनील बंसल की शिकायत की है. इससे पहले लखनऊ में निर्दलीय विधायक अमनमणि पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगा था.


इसके बाद दूसरा मामला रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी सांसद छोटेलाल खरवार की जमीन है. बीजेपी के दलित सांसद ने कहा कि पार्टी के कुछ लोग उनके खिलाफ टिकट काटने की साजिश भी रच सकते हैं. उन्होंने कहा, 'हां, मैं पार्टी से नाराज हूं. प्रधानमंत्री को लिखकर दिया है, क्योंकि मेरे खिलाफ साजिश की गई है. सपा-बसपा के साथ-साथ बीजेपी के लोगों ने मिलकर मेरे भाई को ब्लॉक प्रमुख के पद से हटवाया है, हमारे ऊपर हमले हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'हमारे विरोधियों ने मेरे कान पर पिस्टल लगाया, लेकिन किसी पुलिस वाले कोई सुनवाई नहीं की, हम थानेदार से लेकर डीजीपी तक से मिल चुके हैं, हमारी बात किसी ने नहीं सुनी.'  उत्तर प्रदेश में दलित सांसदों के अंदर नाराजगी बढ़ती जा रही है.


बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्रीबाई फुले के बाद रॉबर्ट्सगंज से सांसद छोटेलाल खरवार भी नाराज नजर आ रहे हैं. छोटेलाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी नाराज हैं, क्योंकि सीएम ने उनके ऊपर हुए हमले के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया.  बीजेपी सांसद ने कहा ,"मैं पार्टी क्यों छोडूंगा? बीजेपी किसी की बपौती नहीं है, मेरी भी पार्टी है. मैं अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हूं, मेरे साथ ऐसा सुलूक हो सकता है, तो किसी के साथ भी ऐसा हो सकता है. उन्होंने बताया की उन्हें पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर पूरा भरोसा है कि वे दलितों के साथ अन्याय नही होने देंगे.   

Similar News