देहरादून : उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों की समस्या सुनने के लिए जनता दरबार लगया. जनता दरबार में लोगों की समस्या सुनने के दौरान एक शिक्षिका ने ट्रांसफर की बात को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि शिक्षिका जिनका नाम ऊर्जा बहुगुणा गुरुवार (28 जून) सीएम आवास पर ट्रांसफर की मांग को लेकर पहुंची थी. जनता दरबार में ऊर्जा बहुगुणा की समस्या का सामाधान नहीं हुआ तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. इतना ही नहीं हंगामे के दौरान शिक्षिका ने सीएम को अपशब्द कहे. शिक्षिका के हंगामे के कारण जनता दरबार में काफी देर तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. शिक्षिका के हंगामे के बाद वहां पर मौजूद गार्ड्स ने उन्हें समझाने की कोशिश की.
देखिए महिला के हंगामे का वीडियो
Full View
Full View
जनता दरबार में भड़के सीएम
शिक्षिका के हंगामे के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी भड़क गए. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चेतावनी जारी की, अगर उन्होंने हंगामा बंद नहीं किया तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा. इसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया और पुलिस अधिकारियों को शिक्षिका को हिरासत में लेने के निर्देश भी दिए.
हरीश रावत ने प्रणाली को बताया असंवेदनशील
वहीं, इस मामले में पूर्व सीएम हरिश सिंह रावत का कहना है, 'हमारी प्रणाली इतनी असंवेदनशील हो गई है कि एक विधवा शिक्षक 25 साल तक रिमोट एरिया में तैनात रहे और कोई भी उसकी बात सुने?' वर्तमान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को सलाह देते हुए हरीश रावत ने कहा कि, 'उन्हें निबंलित शिक्षिका को छोड़ देना चाहिए और उसके निलंबन का आदेश जारी करना चाहिए.'