पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बड़े बेटे तेज प्रताप पर लगे मिट्टी घोटाले के आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी. लालू यादव ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए इस पूरे मामले को बीजेपी द्वारा रची उनके परिवार को बदनाम करने की साजिश करार दिया.
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बीजेपी ने बड़े जमीन घोटाले का आरोप लगाया है. बीजेपी नेता सुशील मोदी का दावा है कि उनके पास इस बात के दस्तावेज मौजूद हैं कि लालू ने रेलमंत्री रहते पटना की एक जमीन को अपने करीबी और आरजेडी सांसद प्रेम गुप्ता की कंपनी के नाम कराया और बाद में उनके परिवार ने उस जमीन का मालिकाना हक ले लिया.
सुशील मोदी इस मामले की जांच के साथ साथ लालू के बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. बात मिट्टी से शुरू हुई और मॉल तक पहुंच गई. बीजेपी ने पटना के बेली रोड के इस प्लॉट की मिट्टी को गलत तरीके से 90 लाख रुपए में चिड़ियाघर को बेचने के मामले में लालू के बेटे और वन मंत्री तेज प्रताप यादव पर आरोप लगाया था लेकिन अब बीजेपी नेता सुशील मोदी सीधे लालू यादव तक पहुंच गए हैं.
सुशील मोदी ने कहा 'जब लालू जी रेल मंत्री थे उस समय उन्होने रांची और पुरी के दो होटल हर्ष कोचर नाम के व्यक्ति की कंपनी को दे दिया और उसके एवज में पटना के सगुना मोड़ में करीब 2 एकड़ जमीन लिखवा ली थी'.
सुशील मोदी जिस जमीन का जिक्र कर रहे हैं वहां इस वक्त बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनाने का काम चल रहा है. आरोप है कि 25 फरवरी 2005 को इस जमीन की