मोदी राज: सरकार ने दिया रवि किशन को Y+ सिक्योरिटी, भड़के यूजर, बोले- 'काश, बेटियों को भी सुरक्षा मिल पाती'
रवि किशन (Ravi Kishan) ने पाकिस्तान (Pakistan) और नेपाल (Nepal) जैसे पड़ोसी देशों को भी ड्रग्स के लिए जिम्मेदार ठहराया था. रवि किशन के इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उन्हें Y+ सुरक्षा दी है.
मुंबईः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में दलित युवती संग हुई रेप (Hathras Gangrape) की वारदात का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि राज्य के बलरामपुर (Balrampur) जिले में हुई घटना ने देश में आक्रोश भर दिया है. बलरामपुर जिले में 22 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप (Balrampur Gang Rape) के बाद हुई मौत की घटना को लेकर अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विरोधियों के निशाने पर है. इस बीच भाजपा सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन (Ravi Kishan) को मिली Y प्लस सिक्योरिटी पर बवाल मच गया है. दरअसल, रवि किशन ने पिछले दिनों ही बॉलीवुड में ड्रग्स का मुद्दा उठाया था.
रवि किशन के इस बयान के बाद सपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने उनके इस बयान का विरोध किया था और कहा कि 'कुछ लोग जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं.' अपने बयान में रवि किशन ने पाकिस्तान और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों को भी ड्रग्स के लिए जिम्मेदार ठहराया था. रवि किशन के इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उन्हें Y+ सुरक्षा दी है. जिसे लेकर रवि किशन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया किया है.
रवि किशन ने अपने ट्वीट में लिखा है- 'आदरणीय श्रद्धेय योगी आदित्यनाथ महाराज जी. पूजनीय महाराज जी, मेरी सुरक्षा को देखते हुए आपने जो y+ सुरक्षा मुझे उपलब्ध करवाई है इसके लिए मैं, मेरा परिवार तथा मेरे लोक-सभा क्षेत्र की जनता आपकी ऋणी हैं तथा आपका धन्यवाद करती है. मेरी आवाज़ हमेशा सदन मे गूंजती रहेगी.'
हालांकि, रवि किशन को Y+ सुरक्षा देने पर अब राज्य की योगी सरकार सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है. यूजर्स, रवि किशन के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछ रहे हैं कि देश की 'बेटियों' को कब सुरक्षा दी जाएगी. एक यूजर ने लिखा है - 'काश यही सुरक्षा देश की बेटियों को भी मिल पाती.' वहीं एक ने लिखा- 'कुछ सुरक्षा बेटियों के लिए भी कर दें रवि किशन जी. गरीब को ना X Y Z सुरक्षा चाहिए, उन्हें बस कुछ समाज के हैवान से सुरक्षा चाहिए. जरा समझें मां-बेटियों का दर्द.'