पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री का गांवों में रात्रि विश्राम महज एक ढोंग है। एक रात में ही उन्हें यह अंदाजा हो गया होगा कि उन्होंने अब तक प्रदेश के लिए क्या किया है। उनकी योजनाएं जमीन पर नहीं, फाइलों में फल-फूल रही हैं और हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
मंगलवार को पार्टी की ओर से जारी प्रेस नोट में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर में गेहूं क्रय केंद्रों पर बोरे तक उपलब्ध नहीं हैं। किसानों को उनकी फसल का निर्धारित मूल्य भी नहीं मिल रहा है। यही हाल आलू किसानों का है।
जबकि, गन्ना किसानों का 9429.19 करोड़ रुपये बकाया है। किसानों का गन्ना खेतों में खड़ा है और चीनी मिलें बंद हो रही हैं। अखिलेश ने कहा कि उनके राज में बजट का 75 प्रतिशत धन गांवों-किसानों के लिए था और 2016-17 को किसान बजट घोषित किया गया था।