आगरा: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि उनकी पार्टी फिलहाल किसी भी दल से गठबंधन करने के बजाय खुद को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। अखिलेश ने सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन की पूर्वसंध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर कहा कि उनकी राहुल गांधी से दोस्ती बरकरार है और यह आगे भी रहेगी। हालांकि फिलहाल उनकी पार्टी के किसी के साथ गठबंधन की कोई बात नहीं है। इस वक्त पार्टी का सारा ध्यान खुद को और मजबूत करने पर है। बसपा अध्यक्ष मायावती द्वारा हाल में अपने एक सम्बोधन में सपा की बुराई ना किये जाने के पीछे सपा से गठबंधन की उनकी मंशा के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, 'क्या अगर कोई सम्मान से बात कर ले तो आप उसी से गठबंधन की बात निकाल लेंगे।'' गुजरात समेत कई राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव में सपा के मैदान में उतरने की सम्भावना के बारे में उन्होंने कहा कि सपा दूसरे प्रदेशों के पार्टी अध्यक्षों से बात करके उनके राज्यों में चुनाव लडऩे पर फैसला करेगी। अपने प्रतिद्वंद्वी चाचा शिवपाल सिंह यादव द्वारा अधिवेशन की बधाई दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें कभी कभी उम्र और रिश्ते का लाभ मिलता है। शिवपाल ने उन्हें आशीर्वाद और बधाई दी है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के कल यहां होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में शरीक होने की सम्भावनाओं के बारे में अखिलेश ने कहा कि उन्होंने मुलायम को अधिवेशन का न्यौता दिया है। वह भी चाहते हैं कि उनके पिता इस कार्यक्रम में शरीक हों।
वैसे, मुलायम का आशीर्वाद उनके साथ है। प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा हाल में जारी एक पुस्तिका से ताजमहल का नाम नदारद होने को लेकर उठे विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ताजमहल से बड़े पैमाने पर लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है। ताज भारत की पहचान भी है। यहां हिन्दू मुस्लिम एकता दिखायी देती है। भाजपा जानबूझकर अलग मुद्दे ला रही है ताकि बाकी महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात ही ना हो। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर तमाम तरह की बातें की गयीं लेकिन उस वक्त अर्थशास्त्रियों ने जिन दुष्परिणामों की बात कही थी, वे आज सामने आ रहे हैं। इसके अलावा जीएसटी ने देश के व्यापार को बरबाद कर दिया है। आज देश के तमाम व्यापारी परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि आगरा में राष्ट्रीय सम्मेलन होना हमेशा से समाजवादियों के लिये शुभ रहा है। आज जब हम सरकार में नहीं हैं, उस समय आगरा में फिर राष्ट्रीय सम्मेलन हो रहा है। इस दौरान देश के तमाम प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिलेगा। देश में जो हालात हैं उन पर भी पार्टी नेता और वरिष्ठ पदाधिकारी अपने विचार रखेंगे। राष्ट्रीय अधिवेशन में बहुत सारे राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बात होगी। हम कैसे अपने संगठन का विस्तार करें, उस पर भी चर्चा की जाएगी।