इलाहाबाद: अरुण जेटली का पुतला फूंका, केंद्र के फैसले का शुरू हुआ विरोध

Update: 2017-06-30 08:54 GMT

इलाहाबाद: देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने से पहले विरोध शुरू हो गया है। व्यापारी सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में इलाहाबाद में व्यापारियों ने इलाहाबाद बंद का आह्वान किया। इलाहाबाद के चौक इलाके में व्यापारियों ने एक सभा को संबोधित किया जिसमें केंद्र सरकार के इस नए नियम पर रोष जताया। व्यापारियों का कहना था कि नोटबंदी के बाद जीएसटी लागू करना व्यापारियों के हित के खिलाफ है।
शहर के सबसे पुरानी बाजार में व्यापारियों का हुजूम उमड़ पड़ा और सभी दुकानें बंद मिलीं। इलाहाबाद में कपड़ा व्यापारी, चमड़ा व्यापारी, सराफा के व्यापारियों ने एकजुट होकर जीएसटी का विरोध किया।


विरोध प्रदर्शन कर रहे व्यापारी अजय सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि आज दूकानें बंद की गई हैं जरूरत पड़ी तो अनिश्चितकाल के लिए भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापार बिल्कुल ही खत्म हो गया है। नौबत यहां तक आ गई है कि शाम तक बड़ी मुश्किल से बोहनी होती है। उन्होंने कहा कि सरकार को जीएसटी बड़ी बड़ी कंपनियों पर लागू करना चाहिए। इससे कोई हल निकलने वाला नहीं है। जालौन में आज भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने जीएसटी के विरोध में जिले भर की दुकानें बंद रखीं। वहीं दर्जनों की संख्या में व्यापारी उरई के घंटाघर तिराहे पर एकत्रित हुए। जहां उन्होंने जीएसटी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद व्यापारियों ने जीएसटी एवं वित्तमंत्री का पुतला भी दहन किया।

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