नई दिल्ली-यूपी सरकार से नाराज चल रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रेसिडेंट ने ओम प्रकाश राजभर मंगलवार को मीडिया से से बातचीत में कई बड़े खुलासे और आरोप लगाए.मंत्री राजभर ने सीधे तौर पर कहा कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी को चार-पांच ब्यूरोक्रैट ने घेर रखा है.उन्हीं के इशारे पर काम कर रहे हैं.उन्होंने कहाकि अगर भाजपा उनकी बात नहीं सुनती है तो वह गठबंधन से अलग भी हो सकते हैं. जब बात ही नहीं सुनी जा रही है तो ऐसे में गठबंधन के क्या मतलब?
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी गठबंधन का धर्म नहीं निभाया.उन्होंने कहाकि जब मेरी बात मीडिया के माध्यम से भाजपा हाईकमान तक पहुंची तब जाकर ओम माथुर और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का फोन मेरे पास आया.मैं उनसे मिलने के लिए डेढ़ घंटे से वेट कर रहा हूं.राजभर ने कहा कि हम राज्यसभा सीट के लिए सपोर्ट देने को तैयार हैं लेकिन अगर हमारी पार्टी ऐसे उपेक्षा की जाएगी. तो हम अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और गठबंधन पर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा को बहुमत का घमंड हो गया है.
एक केंद्रीय मंत्री के सामने भाजपा के मंत्री ने मंच से उनका अपमान किया.इतना ही नहीं एक मंत्री की दरोगा भी नहीं सुन रहा है.यह किसके इशारे पर हो रहा है.कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सीधी सी बात है कि दरोगा को ऐसा करने के लिए कहा गया होगा.वह खुलेआम गाली देता घूम रहा है.हालांकि अब सोमवार को डीजीपी ने जरूर उस दरोगा को निलंबित कर दिया लेकिन केंद्रीय मंत्री के समक्ष उन्हें जिस तरह से अपमानित किया.यह इस ओर संकेत करता है कि एक साजिश रची जा रही है. ओम प्रकाश राजभर ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि अगर उनकी नहीं सुनी जा रही है तो ऐसे में गठबंधन का कोई औचित्य नहीं रह जाता है.