लखनऊ: पिछले 6 महीने से समाजवादी पार्टी में खेले जा रहे ड्रामे का आज अंत हो सकता है. सूत्रों की माने तो लोहिया ट्रस्ट की अहम् बैठक में आज मुलयम सिंह यादव शिवपाल सिंह यादव के भविष्य पर फैसला ले सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो समजवादी पार्टी में मचे छीछालेदर का अंत हो जायेगा साथ ही कार्यकर्ता नए जोश के साथ अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम कर पाएंगे.
आप को बता दें की सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव लोहिया ट्रस्ट के अध्यक्ष है, बैठक में अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव, प्रो. रामगोपाल यादव है सदस्य मुलायम सिंह यादव के १२ बजे आने की सम्भावना है.
अभी कल ही रक्षा बंधन के अवसर पर चाचा-भतीजे में सुलह के संकेत मिले थे. हालाँकि जानकारों का कहना है हर मोर्चे पर मात खाने के बाद शिवपाल का अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करना नामुमकिन सा है.
ये हो सकते हैं विकल्प
सूत्रों की माने तो समजवादी पार्टी का पारिवारिक कलह अब सम्मान का प्रश्न बन गया है. शिवपाल सिंह यादव अपने से काम उम्र भतीजे के नेतृत्व में काम करना अपने सम्मान के खिलाफ मन रहे हैं. वही समाजवादी पार्टी में पर अपनी पकड़ मज़बूत कर चुके अखिलेश यादव को अध्यक्ष पद से हटाना नामुनकिन सी बात है. ऐसे में शिवपाल के साथ दो विकल्प बचते हैं की वह अपने सम्मान को पीछे रखते हुए अखिलेश यादव के नेतृत्व को स्वीकार कर लें या दूसरे विकल्प के तौर पर फिर पार्टी से बाहर हो जाये.
भले शिवपाल कल JDU में जाने की बातों को अफवाह करार दे चुके हों लेकिन सूत्रों का कहना है की शिवपाल एनडीए में शामिल हो सकते हैं.
खैर जो भी हो इतना तो तय है की रोज़ रोज़ के ड्रामे से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को छुटकारा मिल जायेगा.