वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द होने के बाद शुक्रवार को उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामले कैंट थाने में दर्ज किया गया है. गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले तेज बहादुर के खिलाफ अधिवक्ता कमलेश चंद त्रिपाठी की तहरीर पर पुलिस ने धारा- 147, 188 के तहत मामला दर्ज किया है.
अधिवक्ता आरोप है कि सपा के सिंबल पर उम्मीदवार रहे तेज बहादुर यादव ने नामांकन प्रक्रिया के दौरान कचहरी परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया था. अधिवक्ता के मुताबिक नामांकन निरस्त होने पर तेज बहादुर और उनके समर्थकों ने कोर्ट परिसर में विरोध-प्रदर्शन कर आचार संहिता का उल्लंघन किया था.
नामांकन रद्दहोने के बाद तेज बहादुर यादव ने कहा कि अब मैं शालिनी की लड़ाई को आगे बढ़ाने और मोदी जी को हराने के लिये बनारस में ही रह कर डोर टू डोर प्रचार करूंगा.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में शालिनी ने कांग्रेस से टिकट मांगा था. टिकट न मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर सपा का दामन थाम लिया. सपा ने उन्हें पहले अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन ऐन मौके पर टिकट काटकर तेज बहादुर यादव को दे दिया.