कैराना-नूरपुर उपचुनाव: कई बूथों पर ईवीएम खराब, मतदाताओं ने किया हंगामा

Update: 2018-05-28 04:15 GMT

उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान सोमवार सुबह 7:00 बजे से शुरू हो गया। इस बार शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। दोनों ही क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए मतगणना 31 मई को होगी। वोट डालने के लिए सुबह से ही भयंकर गर्मी में भी मतदाताओं की पोलिंग बूथों पर कतारे लगी रहीं। मतदाता वोट डालने के लिए काफी उत्सुक नजर आये। प्रशासन ने गर्मी के तेवरों को देखते हुए मतदान केंद्रों पर पीने के पानी के समुचित इंतजाम किए गए हैं। साथ ही पोलिंग बूथ पर आने वाले लोगों के लिए छांव की व्यवस्था की गई है।         


कई बूथों पर ईवीएम खराब होने पर हंगामा                  

कैराना लोकसभा व नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में कई बूथों पर ईवीएम मशीन ख़राब होने से मतदाताओं ने हंगामा किया। इस दौरान पोलिंग बूथों पर अफरा-तफरी रही। हालांकि सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के चलते ज्यादा बवाल नहीं हो सका। ईवीएम मशीन ख़राब होने से करीब आधा-आधा घंटा मतदान बाधित रहा। नूरपुर के मंगलखेड़ा और फरीदपुर में गांव EVM खराब हुई।  कन्या जूनियर हाई स्कूल बूथ, बूथ संख्या 15, 17, बूथ नंबर 4, मदरसा इमदाद रशीद, बूथ संख्या 34, क़स्बा बनथ, बूथ संख्या 91, बूथ संख्या 274, बूथ संख्या 171 पर ईवीएम ख़राब हुई। भवन थाना क्षेत्र खोड़सभा में वोटिंग शुरू होते ईवीएम मशीन खराब हो गई तो वोटरों ने हंगामा किया। सभी जगह मशीन बदलने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया। एक-एक बूथ, सेक्टर और मंडल स्तर पर चेक प्वांइट लगाए हैं। कैराना में करीब 400 बूथ हैं तो नूरपुर में 351 बूथ। नूरपुर में 36 सेक्टर और चार मंडल हैं। बूथ और सेक्टर में लगे हरेक कार्यकर्ता के काम की नियमित मॉनिटरिंग हो रही है।                    

नूरपुर में समाजवादी पार्टी ने 90 ईवीएम मशीन खराब करने का लगाया आरोप                         

नूरपुर के मकसूदपुर बूथ संख्या-97, पित्थापुर के बूथ संख्या 25, 30, 31, ढ़ोकपुरा, बसेड़ा, कासमाद के बूथ संख्या एक, माघपुर के बूथ संख्या 20 में ईवीएम मशीन खराब हुई। बताया जा रहा है कि दोनों उपचुनावों में अब तक करीब 90 मशीने ख़राब हुई हैं। नूरपुर में ईवीएम मशीन खराब होने से समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम दलित इलाकों में ईवीएम ख़राब की गईं हैं। आरोप है कि खराब मशीनों की जगह पहले से सेट की गई मशीनें लगाकर भाजपा चुनाव जीतने की फिराक में हैं। सपा ने मशीनें खराब करने की शिकायत चुनाव आयोग से करने की बात कही है।                    

सुरक्षा के लिए 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात                   

बता दें कि शामली और सहारनपुर जिला के अंतर्गत कैराना लोकसभा क्षेत्र आता है, जबकि बिजनौर जिले में नूरपुर विधानसभा क्षेत्र आता है। कैराना लोकसभा क्षेत्र में मतदान सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्रीय बलों की 51 कंपनियां तैनात की गई है। पूरे क्षेत्र को 14 जोन और 143 सेक्टर में बांटा गया है। मतदान के दौरान 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष चौकसी                               

कैराना लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभाएं है, जिनमें नकुड़, गंगोह सहारनपुर जिले में आती है, जबकि कैराना, थानाभवन और शामली विधानसभा शामली जिले में पड़ती है। शामली, कैराना और थानाभवन में मतदान के लिए 941 बूथ बनाए गए हैं। प्रत्येक बूथ पर एक पीठासीन अधिकारी और 4 मतदान कर्मियों की नियुक्ति की गई है। सभी केंद्रों पर 7405 कर्मचारियों की तैनाती की गई है जबकि 95 कर्मचारियों को रिजर्व में रखा गया है। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है।                      

कैराना में 16.09 लाख जबकि नूरपुर में 3.06 लाख मतदाता                   

निर्वाचन आयोग के अनुसार, कैराना लोकसभा में 16.09 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमे 8.73 लाख पुरूष, 7.36 लाख महिला तथा 77 तृतीय लिंग के मतदाता है। जबकि नूरपुर विधान सभा में 3.06 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.64 लाख पुरूष, 1.41 लाख महिला तथा 10 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। कैराना लोकसभा में 12 तथा नूरपुर विधान सभा में 10 प्रत्याशी मैदान में है। कैराना लोकसभा में 3 तथा नूरपुर विधानसभा में 2 महिला उम्मीदवार है। उपचुनाव में मतदान के लिए 2651 ईवीएम , 2651 बैलट यूनिट तथा 2596 वीवीपैट तैयार किए गए हैं।                     

बीजेपी और विपक्षी गठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला                     

दोनों सीटों पर बीजेपी और सपा-कांग्रेस व बसपा गठबंधन के बीच कांटे का मुकाबला है। चुनाव आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की है। हर मतदान केन्द्र के सभी पोलिंग बूथ पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ वीवीपैट भी लगाया गया है। वीवीपैट से हर मतदाता अपने मतदान की तस्दीक कर सकेगा। मतदान करते ही वीवीपैट से एक पर्ची कट रही है जिसमें मतदाता देख सकता है कि उसका मतदान हुआ और जिस प्रत्याशी को मत देना चाहता था उसे वोट पड़ा कि नहीं।                    

मृगांका सिंह और तबस्सुम हसन के बीच कड़ा मुकाबला                     

कैराना लोकसभा सीट पर कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं दूसरी ओर नूरपुर विधानसभा सीट पर कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं। कैराना लोकसभा सीट पर मुकाबला मुख्यत: भाजपा की उम्मीदवार मृगांका सिंह और रालोद की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के बीच है। मृगांका सिंह पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बैटी हैं। इसी तरह नूरपुर विधानसभा सीट पर मुकाबला भाजपा की उम्मीदवार अवनि सिंह और सपा के नईमुल हसन के बीच है। अवनि सिंह पूर्व विधायक लोकेन्द्र सिंह चौहान की पत्नी हैं।

Similar News