लखनऊ-2019 लोकसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की कवायद में जुटे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से लखनऊ में मुलाक़ात की.मीडिया सूत्रों के अनुसार,दोनों नेताओं के बीच विपक्षी एकता को मजबूत किये जाने की रणनीति पर चर्चा हुई.महागठबंधन को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच अहम बातचीत हुई.सभी विपक्षी दलों को साथ लेकर भाजपा के खिलाफ नए मोर्चे के गठन को लेकर भी चर्चा हुई. अखिलेश से मुलाक़ात के बाद शरद यादव ने वीवीआईपी गेस्ट में प्रेस कांफ्रेंस को भी संबोधित किया. उन्होंने मोदी सर्कार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की सरकार ने की वादाखिलाफी की वजह से किसानों की आत्महत्या बढ़ती जा रही है. करीब 26 हजार किसान और 500 बेरोजगार नौजवानों ने आत्महत्या की.नोटबंदी के चलते रियल स्टेट जैसा धंधा चौपट हो गया. करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई. शरद यादव ने कहा नीरव मोदी, विजय माल्या और कोठारी के चलते बैंकिंग पर बुरा पड़ा.
अपने वोट हितों के चलते गाय को आगे कर दिया गया. जानवर खेत खलिहान चर जा रहे हैं.उन्होंने कहाकि व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया. खेती बर्बाद हो गई और नौजवान बेरोजगार हो गया है. यहां केख्यमंत्री मंदिरों का चक्कर लगा रहे हैं. लव जेहाद को मुद्दा बनाया गया. घर वापसी और जातिवाद को बढ़ावा दिया गया. मुख्यमंत्री, मंन्त्री और सांसद संविधान के दायरे के बाहर जाकर बयानबाजी कर रहे हैं." दरअसल यूपी लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठजोड़ के सफल प्रयोग के बाद आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस समेत तमाम दल महागठबंधन को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं. कहा यह भी का रहा है कि सपा आरजेडी के साथ गठ्य्बंधन को तैयार है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा को इस गठबंधन की बात आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी है. नंदा को लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव से मिलने को कहा है. नंदा 24 मार्च को तेजस्वी से मुलाकात कर सकते हैं. इतना ही नहीं, नंदा लालू से भी रांची में मुलाकात कर सकते हैं.