लखनऊ | समाजवादी पार्टी के तीन महीने से अधिक समय से चले सदस्यता अभियान के बाद अब अखिलेश युवा संगठनों में बदलाव करने की कवायद में जुट गए हैं | अखिलेश यादव 2019 की चुनावी रणनीति तय करने से पहले युवा संगठनों में दम भरना चाहते हैं जिससे कि मोदी एवं योगी सरकार के खिलाफ सूबे में माहौल बनाया जा सका | विधानसभा चुनावों में हार के बाद अब सपा संगठन को मजबूत करने में जुट गई है |
यूथ बिग्रेड, लोहिया वाहिनी, युवजन सभा और छात्र सभा सपा के युवा संगठन हैं जो छात्रों और युवाओं को पार्टी से जोड़ते हैं | पार्टी से जुड़े सूत्रों की माने तो अखिलेश यादव सबसे पहले सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह को हटाकार छात्र सभा को किसी मजबूत छात्र नेता को सौंपना चाहते हैं ताकि कालेज-कैम्पस में माहौल बनाया जा सके | सपा छात्र सभा के एक धड़े में दिग्विजय सिंह की छात्र सभा से छुट्टी होने की चर्चाएँ भी शुरू हो गयी हैं |
अखिलेश अगेन कैंपेन के जरिये अखिलेश की नजरो में आने वाले दिग्विजय सिंह देव छात्र सभा के संगठन को मजबूत करने में विफल साबित हुए हैं | चर्चाएँ आम है कि दिग्विजय की छात्र सभा से छुट्टी होना तय है | छात्र सभा से जुड़े सूत्रों की माने तो प्रदेशभर के छात्र नेता अतुल प्रधान को छात्र सभा का अध्यक्ष बनवाना चाहते हैं जिससे कि छात्र राजनीति को सूबे में बल मिल सके |