गन्ना कम उगाने की योगी की सलाह पर सरदार वी. एम सिंह का योगी पर हमला, कहा- पाकिस्तान की चीनी मीठी लगती है
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बागपत में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की किसानों से गन्ने के अलावा दूसरी फसलें बोने की सलाह को किसान नेता सरदार वीएम सिंह ने अजीब और जमीनी हकीकत से परे बताया है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की जमीन के लिहाज से गन्ना सबसे बेहतर फसल है। गन्ना एक हार्ड क्रॉप है और इस क्षेत्र में इसका कोई विकल्प नहीं है। यहां पर इसका सबसे सही विकल्प केला हो सकता है, जो बहुत महंगी फसल है। ऐसे में मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान देना बेहद अजीब है।
गन्ना जहर है तो योगी गोरखपुर मंडल की चीनी मिलें ना चलवाएं
बीबीसी के साथ एक बातचीत में सरदार वीएम सिंह ने कहा 'अगर गन्ने की फसल ठीक नहीं, गन्ना जहर है तो योगी गोरखपुर मंडल में बंद पड़ी चीनी मिलों को चालू करने की बात क्यों कह रहे हैं। हमारे गन्ने की चीनी शुगर पैदा करती है और जो आप पाकिस्तान से मंगाते हो वो शुगर फ्री होती है।'
सीएम का गन्ने के भुगतान का दावा भी गलत
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के किसानों के खाते में गन्ना की फसल का दाम सीधे भिजवाने के दावे को भी सिंह ने नकार दिया। वीएम सिंह कहते हैं कि भाजपा ने 14 दिन में किसानो को गन्ने का भुगतान कराने नहीं तो ब्याज देने की बात कही थी लेकिन ये नहीं कर पाए। कोर्ट ने किसानों को ब्याज देने को कहा लेकिन 14 महीने हो गए कोर्ट का आदेश तक नहीं माना जा रहा है।
किसानों से ये बोले थे आदित्यनाथ
मंगलवार को एक कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने किसानों से कहा कि गन्ने के अलावा दूसरे फसलें बोने पर भी ध्यान दें, क्योंकि गन्ने की ज्यादा पैदावार हो रही है और देशभर में डायबिटीज के मरीज बढ़ रहे हैं। गन्ना बेल्ट कहे जाने वाले पश्चिमी यूपी के बागपत जिले में आदित्यनाथ ने किसानों से कहा कि गन्ने के अलावा सब्जी और दूसरी खेती भी करिए, दिल्ली का बाजार आपके पास है। और वैसे भी लोग शुगर के कारण बीमार होते जा रहे हैं।