बड़ा खुलासा: अखिलेश यादव को बदनाम करने के लिये, योगी सरकार ने बंगले में रात भर चलवाया हतौड़ा!
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिले सरकारी आवास अब लगभग खाली हो चुके हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री एन.डी तिवारी का आवास अभी तक खाली नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में पड़ी हुई याचिका पर फैसला सुनाते हुये कोर्ट ने यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को 15 दिन के अंदर आवास खाली करने का आदेश दिया था। योगी सरकार के इशारे भर एक अधिकारी ने, रात भर जागकर पूरे बंगले को तहस-नहस करने का काम करवाया ! पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बंगले की मौजूदा स्थिति को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है, वेबसइट "दैनिक आज" के संवाददाता से एक सुरक्षा कर्मी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि 7 वा 8 तारीख की रात को सचिवालय से एक बड़े साहब,दो दूसरे साहब और 3 मजदूर 4 विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर आये थे । वह सभी लोग पूरी रात बंगले में ही रहे और इस दौरान बंगले से वा बगल वाले बंगले से भी तोड़-फोड़ की कुछ आवाजें आती रहीं, फिर सुबह तड़के करीब 4 बजे वही बड़े साहब सभी लोगों के साथ बंगले से बाहर निकले और बंगले को ताला लगाकर चले गए।
गौरतलब है कि जब 9 तारीख को आवास का ताला खोला गया और मुख्यमंत्री योगी के OSD ने मीडिया को बुलाकर जान बूझकर अंदर भेजा गया तो बंगले में कई जगह तोड़-फोड़ हो रखी थी। अब यह सत्य सामने आ गया है कि मुख्यमंत्री योगी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बहुत डरे हुए हैं क्योंकि उन्हें लगने लगा था कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री ना होकर भी जनता के दिलों में मुख्यमंत्री जैसे ही लगातार काम कर रहे हैं। इसीलिए यह सब एक सुनियोजित तरीके से रची हुयी एक साजिश है जिससे अखिलेश यादव की साफ और लोकप्रिय छवि धूमिल की जा सके। क्या यह काम भाजपा व प्रशासन के लोगों की एक घटिया चाल का ही नतीजा है ? वहीँ इस बात की जानकारी होने पर विपक्ष और सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। शनिवार को अखिलेश यादव ने 4 विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास की चाबी राज्य संपत्ति विभाग को सौंपी थी। मीडिया ने बंगले के अंदर जाने के बाद बंगले में हुई तोड़फोड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया वा अन्य माध्यम से वायरल कर दिया, जिसके बाद से अखिलेश यादव सरकार और ट्रोलर के निशाने पर हैं। बांके बिहारी जी के दर्शन करने वृंदावन पहुँचे अखिलेश यादव ने जहां सरकारी अधिकारियों पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए टूटफूट की लिस्ट देने की मांग की, वहीँ ये भी कहा कि ये वही अधिकारी है जो कभी कप-प्लेट तक उठाता था और सरकार के इशारे पर इस तरह का गलत काम भी कर रहा है। अखिलेश ने कहा कि सरकार बताये हमारी वजह से क्या नुक्सान हुआ है और हम बंगले से कौन सा सरकारी सामान लेकर आये हैं, वहीँ ये भी बताये कि हमने वहां क्या-क्या छोड़ा है।
राज्यसम्पति विभाग को आवास की चाभी सौंपने के बाद रात में तोड़ फोड़ करा के दिन में योगी के OSD का मीडिया को बुलाकर ये सारा ड्रामा करना साबित करता है कि यह सब अखिलेश जी की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से भाजपा व प्रशासन के लोगों की एक घटिया चाल है ! @ANINewsUP
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) June 10, 2018