आगराः समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव के आशीर्वाद के दावे के साथ आयोजित होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को ही पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने की सम्भावना है। बता दें कि सपा के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आज बैठक होगी, जिसमें विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि बृहस्पतिवार को आयोजित होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के संविधान में संशोधन करके दल के अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल से बढ़ाकर 5 साल किया जाएगा। अखिलेश ने पिछले दिनों अपने पिता मुलायम को राष्ट्रीय अधिवेशन का न्यौता देने के बाद दावा किया था कि उन्हें सपा संरक्षक का आशीर्वाद हासिल है। मुलायम ने गत 25 सितम्बर को सम्मेलन में अखिलेश के मुखालिफ शिवपाल सिंह यादव को झटका देते हुए कहा था कि पिता होने के नाते उनका आशीर्वाद पुत्र के साथ है।
ऐसे में पूरी सम्भावना है कि अखिलेश को एक बार फिर सपा का अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। कार्यकाल बढ़ाए जाने के बाद यह भी तय हो जाएगा कि सपा वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव और 2022 का विधानसभा चुनाव भी अखिलेश के नेतृत्व में लड़ेगी। सपा का यह अधिवेशन ऐसे समय हो रहा है जब पार्टी में अखिलेश और शिवपाल धड़ों में रस्साकशी का दौर जारी है। फिलहाल हालात अखिलेश के लिए साजगार नजर आ रहे हैं।
माना जा रहा था कि खुद को सपा के तमाम मामलों से अलग कर चुके मुलायम गत 25 सितम्बर को लखनऊ में हुए संवाददाता सममेलन में अलग पार्टी या मोर्चे के गठन का एलान करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इंकार करके शिवपाल खेमे को करारा झटका दे दिया। मुलायम के सहारे 'समाजवादी सेक्युलर मोर्चे' के गठन की उम्मीद लगाए शिवपाल पर अब अपनी राह चुनने का दबाव है। शिवपाल के करीबियों का कहना है कि सपा के कल होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद वह कोई फैसला ले सकते हैं। बहरहाल, अखिलेश पूरे आत्मविश्वास में हैं।