उत्तर प्रदेश में पूर्व भाजपा विधायक की दबंगई का मामला सामने आया है। यहां विधायक ने किसान चीनी मिल के सुरक्षाकर्मी की बुरी तरह पिटाई कर दी। मामले में पीड़ित सुरक्षाकर्मी से थाने में शिकायत दर्ज कराई तो पूर्व विधायक थाने में भी एफआईआर फाड़ने के लिए पहुंच गए। मंगलवार (24 अप्रैल, 2018) की इस घटना में पूर्व विधायक दिलीप वर्मा और सीओ एसके यादव के बीच जमककर नोकझोंक हुई। इस दौरान हालात इतने खराब हो गए पुलिस को अन्य थानों की पुलिस को भी बुलाना पड़ गया। दरअसल दिलीप वर्मा अपने समर्थकों के साथ थाने में पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने खुद के खिलाफ एफआईआर वापस ना लेने पर धरने पर बैठने की धमकी तक दे डाली। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते सोमवार की रात गन्ना किसान अपनी फसल लेकर नानपारा की चीनी मिल पहुंचे थे। इस दौरान वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी ने किसानों को अंदर से आने से मना कर दिया। किसानों से कहा गया कि वह सुबह के वक्त आएं। विवाद इतना बढ़ गया कि किसानों और सुरक्षाकर्मी के बीच तीखी नोंकझोक हुई। बाद में पूर्व विधायक दिलीप वर्मा घटनास्थ पर पहुंचे और सुरक्षाकर्मी से किसानों का गन्ना मिल के अंदर लेने के लिए कहा।
हालांकि विधायक के कहने पर सुरक्षाकर्मी ने ऐसा करने से इनकार दिया।अब सुरक्षाकर्मी का आरोप है जब उसने विधायक की बात नहीं मानी तो उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई। पीड़ित ने इस मामले में नानपारा धाने में पूर्व विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। बाद में दिलीप वर्मा को इसकी जानकारी मिली तो समर्थकों संग थाने में पहुंच गए और एफआईआर फाड़ने का दबाव बनाने लगे। इस दौरान पूर्व विधायक की सीओ से भी जमकर बहस हुई। बता दें कि नानपारा से भाजपा विधायक माधुरी वर्मा के पति हैं दिलीप वर्मा। दिलीप वर्मा पूर्व में एक दरोगा को बुरी तरह पीटने और बंदूक तानने के मामले में पांच की साल की सजा भी काट चुके हैं। मामले में दोषी साबित होने पर इस बार उनकी पत्नी ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था।