नई दिल्ली- यूपी के फर्रुखाबाद जिले में दरोगा की बाइक को ओवरटेक करने के चक्कर में भाजपा सांसद के बेटे का कुर्ता दरोगा की बाइक में फंस गया। गुस्साए दरोगा ने सांसद के बेटे को एक के बाद एक कई थप्पड़ जड़े। जानकारी होने पर थोड़ी ही देर में भाजपा के कार्यकर्ताओं की भीड़ ने हंगामा करना शुरु कर दिया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे भाजपाईयों ने थाने का घेराव कर उपद्रव करने लगे। मौके पर पहुंचे अपर एसपी का भीड़ ने घेराव कर लिया। दबाव बढ़ता देखकर आखिर एसपी ने आरोपी चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। सांसद पुत्र की तहरीर आरोपी दरोगा के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई है।
ऐसे हुई पूरी घटना
फर्रुखाबाद शहर के आईटीआई चौराहा स्थित भाजपा सांसद मुकेश राजपूत का मकान है। उनका स्कूल मऊदरवाजा के रामपुर ढपरपुर में बन रहा है। सांसद का बेटा मुकेश राजपूत का बेटा अमित स्कूटी से जेसीबी चालक को रास्ता बताने के लिए रेलवे स्टेशन रोड होते हुए बाल्मीकि बस्ती से होकर जा रहा था। दरोगा मो. आसिफ की बाइक को ओवरटेक करते समय अमित का कुर्ता दरोगा की बाइक के हैंडल में फंस गया। दरोगा की बाइक गिरने से उस पर बैठे दो अन्य लोग भी गिर पड़े। आरोप है कि दरोगा ने सांसद के पुत्र के थप्पड़ जड़ दिया।
जानकारी मिलने पर सांसद के घर पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा हो गई। थाने का घेराव किया सैकड़ों भाजपाईयों ने अमित ने बताया कि दरोगा ने बेवजह उनके साथ मारपीट की। उन्होंने उनको बताया कि था कि वह सांसद के पुत्र हैं। उसने बताया कि पिता दिल्ली में है। बुधवार को आएंगे। उसने इसकी जानकारी पिता को दी है। उधर, दरोगा मो. आसिफ ने मारपीट करने से इंकार किया। इसके बाद रात करीब 8 बजे पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार, भाजपा नेता रूपेश गुप्ता, मोहन अग्रवाल, विमल कटियार, राहुल जैन समेत सैकड़ों भाजपाईयों की भीड़ ने थाने का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी दरोगा को सस्पेंड करने की मांग की। अपर एसपी त्रिभुवन सिंह, सीओ शरद शर्मा, मऊदरवाजा थानाध्यक्ष राजेश पाठक मौके पर पहुंचे। एएसपी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने बजरिया चौकी इंचार्ज मो. आसिफ को लाइन हाजिर कर दिया है।
दरोगा को आखिर मनाकर लाना पड़ा
भड़के भाजपाईयों की एसपी देर तक बहस होती रही। सांसद के बेटे का कहना है कि दरोगा ने पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी भी दी थी। संघ के जिला सहकार्यवाह पंकज वर्मा ने भी थानाध्यक्ष राजेश पाठक पर गंभीर आरोप लगाए। इससे नाराज होकर थानेदार ने एएसपी व सीओ से कहा कि वह अपना इस्तीफा दे रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में नौकरी नहीं कर पाऊंगा। अभी थाना छोड़ रहे हैं। उन्होंने जमीर नहीं बेचा है। यह कहकर वायरलेस सेट मांगते हुए मुंशी कार्यालय के बाद अपने कमरे में चले गए। जिसके बाद मौजूद अधिकारी व भाजपाई सकते में आ गए और जाकर दरोगा को मनाया।