सिंघु बॉर्डर से पत्रकार मनदीप पूनिया गिरफ्तार, पुलिस-BJP से जुड़े गुंडों की मिलीभगत का किया था खुलासा
गिरफ्तार किए जाने से पहले मनदीप पूनिया ने एक फेसबुक लाइव भी किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे बीजेपी से जुड़े लोग पुलिस की मौजूदगी में आंदोलनकारी किसानों पर पथराव कर रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बन कर बैठी है।
नई दिल्ली। शनिवार देर शाम को पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन की रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकार मनदीप पूनिया को गिरफ्तार कर लिया। मनदीप दो अलग अलग मीडिया संस्थानों, जनपथ और कारवां के लिए रिपोर्टिंग करते हैं। गिरफ्तार किए जाने से पहले मनदीप पूनिया ने एक फेसबुक लाइव भी किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे बीजेपी से जुड़े लोग पुलिस की मौजूदगी में आंदोलनकारी किसानों पर पथराव कर रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बन कर बैठी है।
पत्रकार तो तत्काल रिहा करे दिल्ली पुलिस: दिग्विजय सिंह
मनदीप पूनिया की गिरफ्तारी का कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने विरोध किया है। दिग्विजय सिंह ने पूनिया को जल्द से जल्द रिहा करने की बात कही है। दिग्विजय सिंह ने पत्रकार की गिरफ्तारी पर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है, 'मनदीप पुनिया, एक पत्रकार है जिन्हें पुलिस से सिंघु बॉर्डर से उठा लिया और अभी तक कोई खबर नही है। यही तो है गुजरात मॉडल ऑफ़ गवर्नेन्स।' कांग्रेस नेता ने कहा है कि अब मोदीशाह जी का सही चेहरा सामने आने लगा है। दिल्ली पुलिस तत्काल उन्हें रिहा करे या उनका जुर्म बताए।
दिल्ली पुलिस ने मनदीप पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मुताबिक मनदीप बंद सड़क और बैरिकेड की ओर बढ़ रहे थे तब उनको पुलिस ने रोका, लेकिन मनदीप ने SHO के साथ अभद्रता की। पुलिस के मुताबिक मनदीप के पास कोई प्रेस आईडी नहीं थी, इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया है कि मनदीप को गिरफतार करने से पहले एक अन्य पत्रकार धर्मेंद्र सिंह को भी कुछ समय के लिए पकड़ा था लेकिन प्रेस आईडी दिखाने पर उन्हें छोड़ दिया गया।
हालांकि एक तरफ दिल्ली पुलिस जहां मनदीप पर अभद्रता का आरोप लगा रही है। तो वहीं दूसरी तरफ मनदीप को गिरफ्तार करके लाठी के दम पर पुलिस द्वारा ले जाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर मौजूद है। वहीं मनदीप द्वारा किया गया फेसबुक लाइव और उसके फौरन बाद मनदीप की गिरफ्तारी अपने आप में बहुत कुछ कहती है।