गाजीपुर सीमा पर किसानों से मिलने गए विपक्षी नेताओं को पुलिस ने रोका, हरसिमरत कौर ने कही ये बात
कृषि कानून के खिलाफ किसानों आंदोलन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर अब विपक्ष ने मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। गुरुवार को 8 विपक्षी दलों के नेता किसानों से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। यहां प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे विपक्षी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने रोका।
नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ किसानों आंदोलन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर अब विपक्ष ने मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। गुरुवार को 8 विपक्षी दलों के नेता किसानों से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। यहां प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे विपक्षी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने रोका।
इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने नेताओं को किसाने से मिलने से रोक दिया गया। इसके बाद सभी विपक्षी नेताओं को वापिस लौटना पड़ा। साथ पुलिस विपक्ष दलों के नेताओं को वहां से दूसरी जगह लेकर गई। विपक्षी दलों के नेताओं में TMC नेता सौगत रॉय, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, NCP की सांसद सुप्रिया सुले, DMK की एम कनिमोझी भी शामिल हैं।
Delhi: Opposition leaders who have reached Ghazipur border to meet the protesting farmers have been stopped by Police. pic.twitter.com/SDsZNJNPvF
— ANI (@ANI) February 4, 2021
अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि 'हम यहां इसलिए पहुंचे हैं ताकि हम इस मुद्दे (किसानों के विरोध) पर संसद में चर्चा कर सकें। अकाली दल की सांसद ने कहा कि स्पीकर हमें इस मुद्दे को उठाने नहीं दे रहे हैं। अब सभी पक्ष इस बात का विवरण देंगे कि यहां क्या हो रहा है।'
इसी के साथ विपक्षी दलों का कहना है कि 'वह इस मुद्दे पर लोकसभा स्पीकर को रिपोर्ट देंगे। विपक्षी दलों के नेताओं को दूसरी जगह ले जाया गया है।' एसपी प्रवक्ता ने राजीव राय ने कहा कि 'ये दुर्भाग्य है कि विदेशी सांसदों को तो कश्मीर ले जाते हैं लेकिन देश के सांसदों को किसानों से नहीं मिलने दिया जा रहा है।'
गाजीपुर बॉर्डर पर कीलें हटाने का काम शुरू
Delhi: Nails that were fixed near barricades at Ghazipur border are being removed. pic.twitter.com/63Xfr6Xwbz
— ANI (@ANI) February 4, 2021
आपको बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर लगी कीलों को गुरुवार की सुबह से ही हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस बारे में पूछे जाने पर बताया गया कि 'ये कीलें मुड़ गई हैं और पुरानी हो गई हैं, इसलिए इन्हें हटाया जा रहा है। हटाने के बाद फिर से नई कीलें लगाने के सवाल पर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।'