किसान आंदोलन पर हिंदुत्ववादी महिला नेता रागिनी तिवारी ने दी थी ये धमकी, अब दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR
दिल्ली पुलिस ने हिंदुत्ववादी नेता रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ FIR दर्ज की है. दरअसल, रागिनी तिवारी ने एक वीडियो में हिंसा से किसान आंदोलन को खत्म करवाने की धमकी दी थी.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने हिंदुत्ववादी नेता रागिनी तिवारी (Ragini Tiwari) के खिलाफ FIR दर्ज की है. दरअसल, रागिनी तिवारी ने एक वीडियो में हिंसा से किसान आंदोलन को खत्म करवाने की धमकी दी थी. रागिनी ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) का विरोध करते हुए कहा, 'मैं अपनी सभी बहनों से कहती हूं कि 17 (दिसंबर) के लिए तैयार हो जाएं. अगर सरकार हमें दिल्ली में किसान आंदोलन से मुक्त नहीं कराएगी तो रागिनी तिवारी एक बार फिर जाफराबाद को अंजाम देगी और जो भी होगा उसके लिए केंद्र, राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस जिम्मेदार होगी. इस वीडियो को एक सोशल मीडिया यूजर ने 12 दिसंबर 2020 को शेयर कर दिल्ली पुलिस को टैग किया है.
Raghini Tiwari accepting that she incited violence in Jaffrabad. She is also threatning to create another jaffrabad like violence in Kisaan Andolan.@DelhiPolice aur kitne saboot chahiye aapko action lene ke liye iske against ? pic.twitter.com/P7LOljqKJJ
— तमन्ना (@TamannaPankaj) December 12, 2020
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान 22 फरवरी 2020 को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. इससे ठीक एक दिन पहले भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस के सामने समर्थकों से कहा था कि अगर पुलिस सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को आंदोलन वापस लेने के लिए मजबूर नहीं करेगी तो वह और उनके समर्थक आंदोलन को खत्म करवाएंगे.
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रागिनी तिवारी उर्फ जानकी बहन के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने धारा 153 के तहत FIR दर्ज की है. ऐसे में साफ है कि पुलिस अब रागिनी को तलब करेगी. जानकारी के अनुसार, पुलिस अब उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगे में रागिनी तिवारी की भूमिका की भी जांच कर रही है.
रागिनी तिवारी का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) ने उनके खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया था और उन्होंने ट्विटर पर इसकी पुष्टि भी की है. तिवारी का वीडियो दिल्ली दंगे में उनकी भूमिका होने की ओर इशारा है. ऐसे में सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है कि दिल्ली दंगों में दक्षिणपंथियों का हाथ है. दिल्ली दंगों के लेकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा पर भी रागिनी तिवारी की तरह भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन उन पर अभी तक पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है.