झूठ बोलने के लिए मोदी सरकार पर दर्ज होना चाहिए मुकदमा, स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान पर भड़के संजय राउत
मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल के सवाल के जवाब में बताया था कि देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई है, स्वास्थ्य मंत्रालय के इस बयान के बाद से ही विवाद बढ़ गया है
नई दिल्ली। ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिए गए स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान पर मोदी सरकार चौतरफा घिर गई है। विपक्ष ने लगातार मोदी सरकार पर अपना हमलावर रुख अख्तियार कर रखा है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि झूठ बोलने के लिए मोदी सरकार पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह बयान सुनने के बाद उन लोगों का क्या हाल होगा जिन्होंने ऑक्सीजन की कमी से अपने करीबियों को खो दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया जाना चाहिए। ये लोग झूठ बोल रहे हैं।
दरअसल मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के बाद हड़कंप मच गया। कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है, और स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों को ही सामने रखती है। मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक देश भर में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई है।
इस जवाब के सामने आने के बाद से ही मोदी सरकार का जमकर विरोध हो रहा है। राजनीतिक दलों से लेकर सोशल मीडिया तक मोदी सरकार की आलोचना हो रही है। मोदी सरकार पर लोग निशाना इसलिए साध रहे हैं क्योंकि खुद उन्होंने ऑक्सीजन की कमी से अपने परिजनों को खोया है और अब सरकार कह रही है कि एक भी व्यक्ति की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई।
इसके साथ ही संजय राउत ने पेगासस जासूसी कांड को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष ने जेपीसी जांच की मांग की है और इसके साथ ही हम इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट का भी दखल चाहते हैं। राउत ने कहा कि अगर आज रविशंकर प्रसाद विपक्ष में होते तो वे भी यही मांग रखते। सच को बाहर आने दीजिए। अगर ऐसा कुछ भी नहीं है, तो आप डर क्यों रहे हैं?