सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार से पूछा, हमें हलफनामा सुबह 10 बजे मिला लेकिन मीडिया के पास रात में ही कैसे पहुंच गया

Update: 2021-05-10 13:25 GMT

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामा लीक होने पर केंद्र सरकार को फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंचने से पहले ही हलफनामे के मीडिया में लीक होने पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट का कहना है कि जब हमें हलफनामा आज सुबह दस बजे मिला तो यह कोर्ट तक पहुंचने से पहले ही मीडिया के पास कैसे पहुंच गया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से इस बारे में जवाब मांगा है कि आखिर हलफनामा मीडिया में लीक कैसे हो गया?

सुप्रीम कोर्ट के सवाल पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सफाई दी। तुषार मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के अलावा राज्यों को भी हलफनामा भेजा था। इसलिए वहां से हलफनामे के लीक होने की आशंका है। तुषार मेहता ने सफाई में कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हलफनामा लीक नहीं हुआ है।

सुप्रीम कोर्ट इन दिनों कोरोना महामारी से जुड़े मामलों पर सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को टीकाकरण और अस्पतालों के हालात के मसले पर कोर्ट में हलफनामा दायर करने के लिए कहा था। जस्टिस चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने आज सुनवाई के दौरान कहा है कि वो पहले केंद्र सरकार के हलफनामे की स्टडी करेगी, इसके बाद गुरुवार को इस मसले पर अगली सुनवाई होगी।

केंद्र सरकार ने रविवार को कोर्ट में हलफनामा दायर किया था। अपने एफिडेविट में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि कोरोना को नियंत्रित करने का एकमात्र विकल्प टीकाकरण है। इसलिए केंद्र सरकार टीकाकरण की गति को तेज करने में ध्यान दे रही है।

बहरहाल सुप्रीम कोर्ट ने 12 सदस्यीय टास्क फोर्स गठित कर रखी है। देशभर के दस जाने माने डॉक्टर्स और सरकार में सेक्रेट्री लेवल के दो अधिकारी इस टास्क फोर्स का हिस्सा हैं। ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने हेतु वैज्ञानिक फॉर्मूला तैयार करने के लिए इस टास्क फोर्स का गठन किया गया है।

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