कौन थे बाबा राम सिंह? जिन्हों ने किसान आंदोलन की मांग ना माने जाने पर की आत्महत्या

नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। आंदोलन के बीच बुधवार को संत बाबा राम सिंह ने आत्महत्या कर ली। संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मारी, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।

Update: 2020-12-16 15:21 GMT

कौन थे बाबा राम सिंह? जिन्हों ने किसान आंदोलन के की मांग ना माने जाने पर क्र ली आत्महत्या

जनशक्ति : किसानों का आंदोलन जारी है। इस बीच संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मार ली थी। इसके बाद उन्हें घायल अवस्था में इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार को उनकी मौत हो गई। तस्वीरों में जानें संत बाबा राम सिंह के बारे में सबकुछ:

सिंगड़ा वाले बाबा...दुनिया में इस नाम से थे चर्चित

संत बाबा रामसिंह का डेरा करनाल जिले में निसंग के पास सिंगड़ा गांव में है। वह सिंगड़ा वाले बाबा जी के नाम से दुनियाभर में विख्यात थे। हरियाणा पंजाब और विश्व भर में संत बाबा राम सिंह को सिंगड़ा वाले संत के नाम से ही जाना जाता था। वे सिंगड़ा वाले डेरे के अलावा विश्वभर प्रवचन करने के लिए जाते थे।


किसान आंदोलन को लेकर दुखी थे बाबा राम सिंह

असल में वह सिखों की नानकसर संप्रदाय से जुड़े हुए थे। नानकसर संप्रदाय में संत बाबा राम सिंह का बहुत ऊंचा स्थान माना जाता है। काफी दिनों से संत बाबा राम सिंह किसान समस्याओं को लेकर व किसान आंदोलन को लेकर दुखी थे।

सिंगड़ा गांव के डेरे में रखा जाएगा पार्थिव शरीर

अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने बताया कि गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान निसंग के पास सिंगड़ा गांव के डेरे में दर्शनों के लिए रखा जाएगा। इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंच सकते हैं।

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