कैसे शादीशुदा मुलायम साधना गुप्ता (Sadhna Gupta) के करीब आए थे, पढ़ें कुछ मज़ेदार FACTS
Mulayam Yadav Relationship With Sadhna Gupta History: अखिलेश यादव की बायोग्राफी 'बदलाव की लहर' में मुलायम और साधना के रिश्ते का जिक्र हैं. एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, मुलायम की मां मूर्ती देवी अक्सर बीमार रहती थीं.
Mulayam Yadav Relationship With Sadhna Gupta History: हमेशा से समाजवादी पार्टी में झगड़े की असली वजह माने जाने वाली मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने साफ कहा कि वह राजनीति में आना चाहती थीं, लेकिन नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव ने उन्हें मना कर दिया. अब वह समाज सेवा के काम में खुलकर सामने आएंगी. इससे पहले भी वह पर्दे के पीछे पार्टी के लिए काम करती रही हैं, लेकिन अब वक्त आ गया है कि सामने आएं.
यूपी के सीएम अखिलेश यादव की सौतेली मां साधना गुप्ता को समाजवादी झगड़े में कैकेयी तक की संज्ञा दी गई थी. लेकिन उन्होंने हमेशा खुद को इस मामले से अलग बताया. उन्होंने बार-बार कहा कि वह अखिलेश यादव को अपना बड़ा बेटा मानती हैं. हमेशा उससे बात करती हैं. लेकिन किसी ने अखिलेश यादव को गुमराह कर दिया है. वह चाहती हैं कि उनका दूसरा बेटा प्रतीक यादव भी अखिलेश की तरह राजनीति में आए.
साधना गुप्ता यूपी के इटावा के बिधुना तहसील की रहनेवाली हैं. 4 जुलाई 1986 में उनकी शादी फर्रुखाबाद के चंद्रप्रकाश गुप्ता से शादी हुई थी. इनकी शादी के बाद 7 जुलाई 1987 में प्रतीक यादव का जन्म हुआ था. इसके दो साल बाद साधना और चंद्रप्रकाश अलग हो गए थे. इसके बाद साधना गुप्ता सपा के तत्कालीन सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आई थी. ऐसा कहा जाता है कि दोनों काफी दिनों तक एक-दूसरे से मिलते-जुलते रहे.
अक्सर बीमार रहती थीं मुलायम की मां
अखिलेश यादव की बायोग्राफी 'बदलाव की लहर' में मुलायम और साधना के रिश्ते का जिक्र हैं. एक न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, मुलायम की मां मूर्ती देवी अक्सर बीमार रहती थीं. साधना गुप्ता ने लखनऊ के एक नर्सिंग होम और इसके बाद में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मूर्ति देवी की देखभाल की थी. एक बार मेडिकल कॉलेज में एक नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी. उस समय वहां मौजूद साधना ने नर्स को रोक दिया.
साधना ने ऐसे जीता मुलायम का दिल
उस वक्त साधना की वजह से मुलायम की मां मूर्ति देवी की जान बची गई थी. इस बात से मुलायम काफी प्रभावित हुए थे. यही से दोनों एक-दूसरे के नजदीक आए थे. बताया जाता है कि 1994 में प्रतीक यादव के स्कूल फॉर्म में पिता के नाम पर एमएस यादव और पते की जगह मुलायम सिंह यादव के ऑफिस का एड्रेस दिया हुआ था. यह भी कहा जाता है कि साल 2000 में प्रतीक के अभिभावक के रूप में मुलायम का नाम दर्ज हुआ था.
साधना को ऐसे मिला पत्नी का दर्जा
साल 2003 में मुलायम की पहली पत्नी मालती देवी का निधन हो गया. 23 मई 2003 को मुलायम ने साधना को अपनी पत्नी का दर्जा दिया था. साधना के पहले पति के भाई प्रमोद गुप्ता सपा से विधायक रहे हैं. साधना की छोटी बहन कल्पना की शादी उनसे हुई थी. कल्पना ने भी नगरनिगम का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में अखिलेश ने प्रमोद गुप्ता का टिकट काट दिया था, लेकिन पिता के दबाव में आकर फिर से टिकट दे दिया.
बेटा प्रतीक यादव है बॉडी बिल्डर
साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक गुप्ता यादव फिलहाल राजनीति से दूर हैं. अब साधना चाहती हैं कि वह भी राजनीति में आएं. प्रतीक फिलहाल बॉडी बिल्डिंग के साथ ही लखनऊ में एक हाईप्रोफाइल जिम चलाते हैं. पत्नी अपर्णा यादव के साथ जानवरों के अधिकारों के लिए भी काम करते हैं. 23 साल की उम्र में प्यार के इकरार के बाद प्रतीक यादव ने अपर्णा बिष्ट से शादी रचा ली थी. अपर्णा इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं.