योगी राज: अखिलेश यादव पर FIR, जब भाजपा बिहार बंगाल में रैलियां करती है तो महामारी एक्ट कहाँ होता है?
सवाल उठता है, जब मोदी बिहार में हज़ारों लोगों की जनसभा को सम्बोधित करते हैं, जब अमित शाह बंगाल में रैलिया करते हैं, जब खुद योगी आदित्यनाथ बिहार और हैदराबाद में जनसमूह को प्रवचन देते है तो महामारी एक्ट कहाँ होता है?
जनशक्ति: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बड़ी कार्रवाई की है। कोरोना संकट के दौरान सोमवार को किसानों के समर्थन में प्रदर्शन को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
सवाल उठता है, जब मोदी बिहार में हज़ारों लोगों की जनसभा को सम्बोधित करते हैं, जब अमित शाह बंगाल में रैलिया करते हैं, जब खुद योगी आदित्यनाथ बिहार और हैदराबाद में जनसमूह को प्रवचन देते है तो महामारी एक्ट कहाँ होता है?
खैर आप को बता दें कि मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में किसान साइकिल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज जाकर के साइकिल यात्रा में शामिल होते ,पुलिस ने कोबिड आपदा के चलते धारा 144 और आपदा एक्ट को लेकर के अखिलेश यादव को ना जाने के लिए कहा, लेकिन जब घर से बाहर निकले और साथ में उनके साथ के समर्थक थे तो दिन भर मान मनावल का पुलिस और समर्थकों के बीच चलता रहा।
आखिरकार अखिलेश यादव को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन करोना के काल में उनके उनके समर्थकों का आदेश के विरुद्ध धरना प्रदर्शन भीड़ इकट्ठा करने इन सब को लेकर के उनके ऊपर एफ आई आर दर्ज कर दी गई।सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर एफआईआर दर्ज,महामारी एक्ट उल्लंघन में लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में दर्ज हुआ केस,गौतम पल्ली थाने के सब इंस्पेक्टर ने दर्ज कराई अखिलेश यादव समेत 28 पर महामारी एक्ट में एफआईआर कानून व्यवस्था बिगाड़ने के चलते मुकदमा दर्ज हुआ।