योगीराज : सोनभद्र में पत्रकार और पत्नी की पीट-पीट कर हत्या, 6 के खिलाफ केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में एक पत्रकार और उनकी पत्नी को जमीन विवाद के चलते कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक पत्रकार की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत के चार दिन बाद, एक पत्रकार और उसकी पत्नी को सोनभद्र जिले में पुरानी दुश्मनी के चलते कथित तौर पर पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। ये घटना 16 नवंबर की है। घटना जिले के बरवाडीह गांव में हुई। पीड़ित उदय पासवान संवाददाता थे। उन्होंने खुद के लिए और अपने परिवार के लिए पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। उन्हें जान का खतरा था। हालांकि, कोन पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने कथित तौर पर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस से मांगी थी सुरक्षा
16 नवंबर की सुबह उदय फिर से पुलिस स्टेशन गए और अधिकारियों से परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया। लगभग 4:30 बजे वह और उनकी पत्नी मोटरसाइकिल पर घर वापस आ रहे थे, तभी उनके दुश्मनों ने कथित तौर पर उन पर हमला किया। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि किसी ने दंपति को हमलावरों से बचाने की कोशिश नहीं की। जहां पासवान की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उनकी पत्नी को वाराणसी के एक अस्पताल में भेज दिया गया, जहां अगले दिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
सोनभद्र के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया, 'उदय के बेटे विनय पासवान की शिकायत पर पूर्व ग्राम प्रधान केवल पासवान, उनकी पत्नी कौशल्या, बेटे जितेंद्र, गब्बर, सिकंदर और उनके प्रतिनिधि इखलाक आलम के खिलाफ नामजद प्राथमिकी आईपीसी की धारा 147, 148 और 302 के तहत दर्ज की गई है।'
थाना कोन क्षेत्रान्तर्गत बरवाडीह ग्राम में पिटाई के बाद व्यक्ति की हुई मृत्यु के उपरांत उनकी पत्नी की भी मृत्यु होने तथा घटना में संलिप्त अभियुक्तगण की गिरफ्तारी व कार्यवाही के सम्बंध में पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा दी गयी बाइट ।@adgzonevaranasi @digmirzapur @Uppolice pic.twitter.com/VRUJB3Kb5O
— Sonbhadra Police (@sonbhadrapolice) November 17, 2020
5 आरोपी गिरफ्तार
केवल को छोड़कर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। पूर्व ग्राम प्रधान को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा, तीन पुलिस अधिकारियों, जिनमें एक निरीक्षक, एक उप-निरीक्षक और एक कांस्टेबल शामिल हैं, को निलंबित कर दिया गया है। दोनों पक्षों के बीच जमीन को लेकर विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने पहले से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण ये बड़ी घटना हुई।