Arnab Goswami Viral Chat: अर्नब गोस्वामी की वायरल चैट में पाकिस्तान उठा रहा है फायदा, पुलवामा हमले पर लगाए ये आरोप
Arnab Goswami Viral Chat:अर्नब गोस्वामी के कथित चैट मामले पर पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. इमरान खान ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने चुनावी फायदे के लिए पूरे इलाके को संघर्ष की आग में झोंकने का काम किया है.
नई दिल्ली: रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के कथित चैट मामले पर पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. इमरान खान ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने चुनावी फायदे के लिए पूरे इलाके को संघर्ष की आग में झोंकने का काम किया है. दरअसल, पिछले दिनों रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थेा दासगुप्ता की कथित वॉट्सऐप चैट्स सामने आईं, जिसमें बालाकोट एयर स्ट्राइक से तीन दिन पहले किसी बड़ी स्ट्राइक का जिक्र शामिल था. वहीं अब ट्विटर पर इन कथित चैट्स के विभिन्न हिस्से वायरल हैं.
खुद आतंकवादियों को पालने वाले इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि अरनब गोस्वामी कांड यह खुलासा करता है कि मोदी सरकार और भारतीय मीडिया के बीच अपवित्र रिश्ता है जो परमाणु हथियार से लैस इस क्षेत्र को संघर्ष की आग में झोंकना चाहता है, उन्होंने आरोप लगाया कि कि मोदी सरकार फांसीवादी रवैया अपना रही है और उनकी सरकार इसका खुलासा करती रहेगी. इमरान खान ने दुनियाभर से मांग करते हुए कहा कि वह भारत के सैन्य अजेंडे को रोके नहीं तो मोदी सरकार पूरे इलाके को ऐसे संकट में डाल देगी जिसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है.
बता दें कि, वायरल वॉट्सऐप चैट्स में अर्नब गोस्वामी 23 फरवरी, 2019 को तत्कालीन बार्क सीईओ से कहते कि 'कुछ बड़ा' होने वाला है, जिसके बाद जब उनसे कहा गया कि क्या यह दाऊद के बारे में है तो वह जवाब देते हैं, "नहीं सर, पाकिस्तान. इस बार कुछ अहम होने जा रहा है।" पार्थो दासगुप्ता अगले जवाब में स्ट्राइक का जिक्र करते हैं तो अर्नब कहते हैं, "नॉर्मल स्ट्राइक से बड़ी स्ट्राइक होने वाली है और उसी समय कुछ कश्मीर में भी अहम होगा।"
ऐसे में इन कथित चैट्स के बाद अर्नब पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अरनब को दो साल पहले बालाकोट में किए गए हमले की पहले से ही जानकारी था?