Amartya Sen Biography in Hindi | अमर्त्य सेन का जीवन परिचय
Amartya Sen Biography in Hindi | अमर्त्य सेन भारत के पूर्व अर्थशास्त्री और नोबल पुरस्कार विजेता हैं। सेन जादवपुर विश्वविद्यालय दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षक भी रह चुके हैं। वे सेन हार्वड विश्वविद्यालय अमेरिका में हार्वड विश्वविद्यालय में प्राध्यापक भी रहे हैं। वे नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं। 1999 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया।
Amartya Sen Biography in Hindi | अमर्त्य सेन का जीवन परिचय
- पूरा नाम अमर्त्य कुमार आशुतोष सेन
- जन्म 3 नवंबर 1933
- जन्मस्थान शांति निकेतन, कोलकता
- पिता आशुतोष सेन
- माता अमिता सेन
- पत्नी ईवा कोलोरनी
- पुत्र कबीर सेन
- पुत्री नंदना सेन
- शिक्षा स्नातक डिग्री
- व्यवसाय भारतीय अर्थशास्त्री
- पुरस्कार विज्ञान में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार
- नागरिकता/राष्ट्रीयता भारतीय
भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन (Amartya Sen Biography in Hindi)
Amartya Sen Biography in Hindi | अमर्त्य सेन भारत के पूर्व अर्थशास्त्री और नोबल पुरस्कार विजेता हैं। सेन जादवपुर विश्वविद्यालय दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षक भी रह चुके हैं। वे सेन हार्वड विश्वविद्यालय अमेरिका में हार्वड विश्वविद्यालय में प्राध्यापक भी रहे हैं। वे नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं। 1999 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया।
प्रारंभिक जीवन (Amartya Sen Early Life)
अमर्त्य सेन का जन्म 3 नवम्बर, 1933 को कोलकाता के शांति निकेतन में एक बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम आशुतोष सेन और माता का नाम अमिता सेन था। अमर्त्य के पिता आशुतोष सेन ढाका विश्वविद्यालय में रसायन शाष्त्र के प्रोफेसर थे और 1945 में परिवार के साथ पश्चिम बंगाल चले गए। पश्चिम बंगाल लोक सेवा आयोग (अध्यक्ष) और फिर संघ लोक सेवा आयोग में कार्य किया। अमर्त्य की माता क्षिति मोहन सेन की पुत्री थीं, जो प्राचीन और मध्यकालीन भारत के जाने-माने विद्वान थे। और रविंद्रनाथ टैगोर के करीबी भी थे।
शिक्षा (Amartya Sen Education)
अमर्त्य की प्रारंभिक शिक्षा 1940 में ढाका के सेंट ग्रेगरी स्कूल से प्रारंभ हुई। 1941 से उन्होंने विश्व भारती यूनिवर्सिटी स्कूल में पढ़ाई की। वे आई.एस.सी. परीक्षा में प्रथम आये और उसके बाद कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया। वहां से उन्होंने अर्थशाष्त्र और गणित में बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की और 1953 में वे कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज चले गए। जहाँ उन्होंने अर्थशाष्त्र में दोबारा बी.ए. किया और अपनी कक्षा में प्रथम रहे।
निजी जीवन (Amartya Sen Married Life)
अमर्त्य सेन ने अपने जीवन में तीन बार विवाह किया। उनकी पहली पत्नी थीं नब्नीता देव सेन, जिनसे उनकी दो पुत्रियाँ हुईं, अंतरा और नंदना पर 1971 के आस-पास उनका विवाह टूट गया। इसके पश्चात अमर्त्य सेन ने 1978 में इतालवी अर्थशास्त्री ईवा कोलोरनी से विवाह किया। पर ईवा की मौत कैंसर के कारण हो गयी। बाद में उन्होंने 1991 में उन्होंने एम्मा जोर्जिना रोथ्सचाईल्ड्स से विवाह किया।
शुरुआती करियर (Amartya Sen Starting Career)
अमर्त्य सेन ने अपना शैक्षणिक जीवन जादवपुर विश्वविद्यालय में एक शिक्षक और शोध छात्र के तौर पर प्रारम्भ किया 1960-61 के दौरान वे अमेरिका के मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी' में विजिटिंग प्रोफेसर रहे जहाँ, उनका परिचय पॉल समुएल्सन, रोबर्ट सोलोव, फ्रांको मोदिग्लिआनी और रोबर्ट वेइनेर से हुआ। वे यू-सी बर्कले और कॉर्नेल में भी विजिटिंग प्रोफेसर रहे। 1963 और 1971 के मध्य उन्होंने 'डेल्ही स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स' में अध्यापन कार्य किया।
इस दौरान वे जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय, भारतीय सांख्यिकी संस्थान सेण्टर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज, गोखले इंस्टिट्यूट ऑफ़ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स और सेण्टर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज जैसे प्रतिष्ठित भारतीय शैक्षणिक संस्थानों से भी जुड़े रहे।
इसी दौरान मनमोहन सिंह, के.एन. राज और जगदीश भगवती जैसे विद्वान भी 'डेल्ही स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स' में पढ़ा रहे थे। 1972 में वे 'लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स' चले गए और 1977 तक वहां रहे। 1977-86 के मध्य उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड विश्व्विद्यालाय में पढाया। 1987 में वे हार्वर्ड चले गए और उन्हें ट्रिनिटी कॉलेज कैंब्रिज का मास्टर बना दिया गया।
शोध कार्य (Amartya Sen Invention)
अमर्त्य सेन ने डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स' के क्षेत्र में अमर्त्य सेन के कार्यों ने 'संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम' के 'मानव विकास रिपोर्ट' के प्रतिपादन में विशेष प्रभाव डाला। 'संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम' की 'मानव विकास रिपोर्ट' एक वार्षिक रिपोर्ट है। जो विभिन प्रकार के सामाजिक और आर्थिक सूचकों के आधार पर विश्व के देशों को रैंक प्रदान करती है।
डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स और सामाजिक सूचकों में अमर्त्य सेन का सबसे महत्वपूर्ण और क्रन्तिकारी योगदान है। 'कैपबिलिटी' का सिद्धांत, जो उन्होंने अपने लेख 'इक्वलिटी ऑफ़ व्हाट' में प्रतिपादित किया। अमर्त्य सेन ने अपने लेखों और शोध के माध्यम से गरीबी मापने के ऐसे तरीके विकसित किये जिससे गरीबों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उपयोगी जानकारी उत्पन्न किये गए।
सेन के अनुसार शिक्षा और जन चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है। 2009 में अमर्त्य सेन ने 'द आईडिया ऑफ़ जस्टिस' नामक पुस्तक प्रकाशित की जिसके द्वारा उन्होंने अपना 'न्याय का सिद्धांत' प्रतिपादित किया।
पूस्तक (Amartya Sen Books List) :
- पावर्टी एंड फेमाइंस (1981)
- ऑन एथिक्स एंड इकोनोमिक्स (1987)
- कोमोडिटीज़ एंड केपेबिलिटीज़ (1987)
- हंगर एंड पब्लिक एक्शन (1989)
- इनइक्वालिटी रीएक्सामिंड (1992)
- ऑन इकोनोमिक इनइक्वालिटी (1997)
- डेवलपमेंट एज़ फ़्रीडम (1999)
- इंडिया: डेवलपमेंट एंड पार्टीसीपेशन (2002)
- द आर्गयुमेंटेंटिव इंडियन (2005)
- आइडेंटिटी एंड वायलेन्स (2006)
पुरस्कार और सम्मान (Amartya Sen The Honors)
- एडम स्मिथ प्राइज।
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज द्वारा आनरेरी फ़ेलोशिप।
- नोबेल प्राइज इन इकनोमिक साइंसेज।
- भारत रत्न।
- बांग्लादेश की आनरेरी राष्ट्रीयता।
- आर्डर ऑफ़ कम्पैनियन ऑफ़ हॉनर, यूके।
- लेओन्तिएफ़ प्राइज।
- आइजनहावर मैडल फॉर लीडरशिप एंड सर्विस।
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ पाविया द्वारा आनरेरी डिग्री।
- नेशनल ह्यूमैनिटीज मैडल।
- आर्डर ऑफ़ द एज़्टेक ईगल।
- कमांडर ऑफ़ द फ्रेंच लीजन ऑफ़ हॉनर।
- ए.डी.टी.वी. '25 ग्रेटेस्ट ग्लोबल लिविंग लेजेंड्स इन इंडिया'।